
मुलचेरा पंचायत समिति अंतर्गत गोविंदपुर ग्राम पंचायत के माझी सरपंच सदस्य सचिव एवं रोजगार सेवक के द्वारा अनगिनत शासकीय कामों के महाभ्रष्टचार काम,बिना काम किए बिल निकाल लिए गए।ग्राम पंचायत स्तर पे साहित्य खरीदी में घोटाला,महात्म गांधी रोजगार गारंटी योजना में घोटाला करने की शिकायत मझि ग्राम प सदस्य तापस सरकार के द्वारा 2020 को गट विकाश अधिकारी के पास लिखित सबूत के साथ करने के बावजूद अबतक ना जांच हुई,ना आरोपी भ्रष्ट सरपंच सचिव रोजगार सेवक पर कोई कठोर कारवाही हुई।2017 में सुरु की गई पांधन रस्ता,जो की प्रभाष मंडल के घर से प्रमोद सरकार के खेत तक काम सुरु की गई।जिसमे रोजगार गारंटी योजना के मास्टर रोल में केवल अनुसार केवल 9 लाख 30 हजार के काम हुई,परंतु शासन के खाते से 11 लाख 30 हजार के बिल निकाल लिया गया।जानकारी अनुसार रोजगार सेवक द्वारा बोगस रोजगार गारंटी के मजदूर के नाम अनगिनत हाजरी दिखाकर बिल निकाला गया।जबकि जिनके नाम हाजरी दिखाया गया , उनमें वैसे भी मजदूर हैं ,जो कभी मनरेगा के काम पर तो जाना दूर,कभी पावड़ा टिकास भी हाथ में लिए नही।इस तरह सालो से रोजगार सेवक सरपंच सचिव के साथ एवं विस्तार अधिकारी के मिलीभगत से कम पर ना जाने वाले बोगस मजदूर के नाम बिल निकाल कर शासन का दिशाभूल कर लाखो का नुकसान किया।ग्राम पंचायत गोविंदपुर द्वारा किए गए कामों के हिसाब किताब माहिती अधिकार के तहत मांगे जाने पर भिं हिसाब किताबके कोई जानकारी देने से माना कर देते।सालो महीनो तक घुमा फिरा कर अर्जदार को तकलीफ दी जाति हैं।पंचायत समिति स्तर पर अपील के बाद भी माहिती नही दी जाती।।क्युकी ग्राम पंचायत से लेकर पंचायत समिति स्तर के अधिकारी भी रोजगार हामी के कामों एवं साहित्य खरीदी में सरपंच सचिव बीडीओ तक मिले हुए हैं,जिस कारण आम आदमी को माहिती देने में दिशाभूल और मानसिक तकलीफ देने में कोई कसर नहीं छोड़ते।।2 साल बीत जाने के बाद भी इसकारण पंचायत समिति स्तर पर कोई ठोस कारवाही नही कि गाई।पंचायत समिति मुलचरा के पिछले 12साल में प्रशासन के अनगिनत खरीदी कि गाई साहित्य में बोगस बिल जोड़कर शासन का पैसे के घोटाला किं गई।गड़चिरोली जिला के एक ही दुकानदार को साहित्य माला मत्था काम के ठेका शासन के नियमो को ताक पर रखकर दिया गया।10हजार के माल के 45 हजार के बिल बनाकर शासन के पैसे का ठगी की गई।पंचायत समिति के द्वारा ग्राम पंचायत को दी गई,साहित्य के बिल बोगस दिखाकर पैसा का गबन किया गया।जबकि बिल में दिखाई गई खर्च साहित्य के अनुसार ग्राम पंचायत में दी ही नही गई।और पंचायत समिति स्तर के खर्च रजिस्टर पर खर्च दिखाई गई।बिना काम के गोविंदपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत कंक्रीट सीमेंट रोड बिना बनाए ही ,बिल मंजूर किया गया।जांच के नाम पर पंचायत समिति स्तर के अधिकारी घोटाले बाज सरपंच रोजगार सेवक को बचाने के हर संभव प्रयास करते दिखे जा सकते हैं।मुलचेरा पंचायत समिति अंतर्गत अब मुलचेरा पंचायत समिति के नाम बदल भ्रष्ट पंचायत समिति रखना चाहिए प्रशासन को
गड़चिरोली जिला प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र विश्वास