दुर्ग विधायक अरुण वोरा को ना तो संविधान का ज्ञान है ना ही संसदीय परंपरा का – जितेन्द्र वर्मा
दुर्ग। राहुल गांधी को न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए जाने के खिलाफ देशभर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि कांग्रेस को न्यायपालिका पर विश्वास नहीं है और वह अपने प्रदर्शनों से देश की न्यायपालिका को दबाव में लाना चाहती है। राहुल गांधी द्वारा कहे गए अपमानजनक कथन न्यायालय में सत्य सिद्ध हुए जिससे उन्हें दोषी करार देते हुए दंडित किया गया है, इसमें किसी भी प्रकार का कोई पूर्वाग्रह नहीं है, ये पूर्णतः न्यायिक प्रक्रिया का परिणाम है परंतु कांग्रेस पार्टी इसमें राजनीति कर रही है।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने दुर्ग विधायक अरुण वोरा के उस बयान को हास्यास्पद बताया, जिसमें अरुण वोरा ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त होने को अघोषित आपातकाल बताया है। जितेंद्र वर्मा ने कहा कि अरुण वोरा तीन तीन बार विधायक होने के बावजूद पूरी तरह से अपरिपक्व है और उन्हें ना तो संविधान का ज्ञान है ना ही संसदीय परंपरा का ज्ञान है।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा को यह जानकारी होनी चाहिए कि जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के मुताबिक अगर किसी भी मामले में सांसद और विधायक को 2 साल से ज्यादा की सजा मिलती है तो उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी और सजा खत्म होने के 6 साल बाद तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकता है, यह कानून सालों पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा ही देश में लागू किया गया था। राहुल गांधी पर भी यही कानून लागू किया गया है। पूर्व में लालू प्रसाद यादव के साथ भी यही हुआ है। कांग्रेस नेताओं के मुंह से आपातकाल की बात अच्छी नहीं लगती क्योंकि आपातकाल तो जनसंघ ने 1977 में झेल था जब कांग्रेस ने देश से लोकतंत्र को खत्म करके देश के सारे निर्दोष नेताओं को 19 महीने लगातार बिना किसी न्यायालय के आदेश के जेल में डाल दिया था।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कांग्रेस पार्टी को समझाइश देते हुए कहा कि गांधी परिवार का सदस्य होने का यह मतलब नहीं है कि राहुल गांधी कानून से बड़े हैं, जिस प्रकार देश की जनता कानून से संचालित होती हैं वैसे ही राहुल गांधी को भी कानून से ही संचालित होना पड़ेगा। कांग्रेस न्यायालय के निर्णय को शिरोधार्य करना सीखें और गांधी परिवार की चाटुकारिता में देश के कानून और न्यायालय को नीचा दिखाने की कोशिश ना करे। देश में कहीं कोई आपातकाल की स्थिति नहीं है राहुल गांधी द्वारा किए गए कर्म ही उन्हें सजा दिला रहे हैं, मोदी उपनाम धारी समस्त पिछड़े समाज को अपमानित करने के चलते राहुल गांधी को न्यायालय ने सजा सुनाई है, कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पिछड़े समाज का सम्मान करना सीखें।