अतीक-अशरफ की हत्या (Atiq-Ashraf Ahmed’s Murder) के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक और अर्जी दाखिल की गई है. पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मामले की सीबीआई जांच (CBI Investigation) कराने की मांग की है.
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अतीक हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: प्रयागराज (Prayagraj) में शनिवार को पुलिस कस्टडी में हुई अतीक-अशरफ अहमद की हत्या (Atiq-Ashraf Ahmed’s Murder)के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक और अर्जी दाखिल की गई है. पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में लेटर पेटिशन दाखिल की है. इस हत्याकांड की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच (CBI Investigation) कराने की मांग की है. अमिताभ ठाकुर ने अपनी याचिका में कहा कि भले अतीक अहमद और उसके भाई अपराधी हों लेकिन जिस प्रकार से उनकी हत्या हुई है, उससे इसके राज्य पोषित होने की पर्याप्त संभावना दिखती है.
हत्या की पृष्ठभूमि को देखकर घटना के राज्य पोषित होने की संभावना बढ़ जाती है. इस हत्या के बाद जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले को ढीला करने का प्रयास किया है और मामले में कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की है, उससे भी इस मामले के उच्च स्तरीय षड्यंत्र की संभावना दिखती है. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि भले ही कोई व्यक्ति अपराधी क्यों ना हो किंतु किसी भी व्यक्ति को पुलिस कस्टडी में राज्य द्वारा षड्यंत्र करके हत्या कर दिया जाना किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है. इन स्थितियों में यदि इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह राज्य पोषित हत्या हो सकती है तो निश्चित रूप से इसकी जांच स्थानीय पुलिस द्वारा नहीं की जा सकती और इसकी निष्पक्ष जांच मात्र सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा ही की जा सकती है.
बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शनिवार रात पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों के शवों का पोस्टमार्टम रविवार को किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की शुरुआती जानकारी में सामने आया का अतीक अहमद के शरीर से 9 गोलिया मिलीं. वहीं, अशरफ अहमद के शरीर से 5 गोलियां मिलीं.
पुलिस हिरासत में अतीक अहमद की हत्या को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. आरोप है कि पुलिस ने कई मामलों में लापरवाही बरती जिसका हत्यारों ने फायदा उठाया और अतीक व उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी. सवाल है कि अतीक और अशरफ के साथ शनिवार रात सिर्फ 20 पुलिसकर्मी थे और हमलावर थे तीन फिर भी नहीं बचा पाए. हमलावरों ने लगभग 20 राउंड फायरिंग की लेकिन पुलिस की तरफ से एक राउंड फायर नहीं किया गया क्यों. अतीक अहमद की गाड़ी अस्पताल के बाहर क्यों रोका गया.