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राजनांदगांव अपराध: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले हुई एक युवक की हत्या का मामला राजनंदगांव पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में जो खुलासा किया उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। हत्यारे ने पिछले कुछ महीनों से साझा करके लड़की को व्हाट्सएप पर चैटिंग किया था और पैसे के लिए मैसेज किया था। लेकिन जब गैंगरेप को इस बात का पता चला कि व्हाट्सएप पर चैट करने वाली लड़की नहीं बल्कि लड़का है तो उसने युवक को मौत के घाट उतार दिया।
नहर के किनारे मिली थी युवक की लाश
डोंगरगढ़ थाना पुलिस को 5 अप्रैल को सूचना मिली थी कि ग्राम मेढ़ा नहर में एक युवक मृत राज्य में पड़ा है। इस सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचें। पुलिस ने वहां पहुंचने पर पाया कि एक अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा हुआ है, जिसके गले में धारदार हथियार से हमला किया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। नरसाहू नामक व्यक्ति ने बताया कि उसके भाई का लड़का है। पासपोर्ट की पहचान होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। नर साहू ने पुलिस को बताया कि 3 अप्रैल को जिंदा कमलेश साहू सुबह करीब 10 बजे अपने दोस्त के साथ एक शादी में जाने के लिए मोटरसाइकिल से घर से उतरा था, लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटा, जिसके बाद उसने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की किया।
पुलिस के हत्थे ऐसे चढ़े मर्डर
हत्यारोपी की तलाश के लिए पुलिस ने आस-पास के गांवों में सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी दृष्टिकोण के विश्लेषण और कई बैंक खातों को खंगाला. इसके अलावा पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर कुछ संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की। इसी बीच पुलिस को साझा के मोबाइल की रहस्यमय मेढ़ा गांव में मिला, उसी के आधार पर पुलिस उस व्यक्ति के पास पहुंची. जिसके पास मोबाइल था। उस व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि यह मोबाइल देवेंद्र सिन्हा ने उसे दिया था जिसके बाद पुलिस ने अधीन गांव से ही देवेंद्र सिन्हा को लेकर पूछताछ शुरू की.
देवेंद्र ने अपना दावा स्वीकार किया
पुलिस द्वारा जिंजर से पूछताछ करने पर देवेंद्र सिन्हा ने हत्या करने की बात स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि मतदाता कोमेश साहू से पहले उसकी पहचान थी और वह पिछले 8 महीने से मानसी आकर उससे वाट्सएप पर चैटिंग करता था। उसने बताया कि 3 अप्रैल को उसने वाट्सएप चेंटिंग कर कोमेश साहू को पैसा लेकर मेढ़ा गांव बुलाया था। सुबह करीब 11:00 बजे कोमेश साहू मेढ़ा आया और हम दोनों मेढ़ा पुल पर शाम 7:00 बजे तक बैठे रहे। कोमेश उस समय मानसी का इंतजार कर रहा था। इसी बीच कोमेश को देवेंद्र का मोबाइल खंगालने पर पता चला कि मानसी बनकर वो ही उससे बात करता था। यह जानकर भड़क गया और उसने पुलिस में शिकायत की दरत करने की बात कही।
<p style=”टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;”देवेंद्र ने कहा कि वह ऐसा करने से डर गया और उसने उसी समय कोमेश साहू को मारने की योजना बनाई। देवेंद्र ने उससे कहा कि वह पहले उससे किसी चीज को घर से लेकर आ रहा है। इतना विराट देवेंद्र वहां से चला गया और घर से चाकू लेकर आ गया। शाम करीब 7 बजे अँधेरा होने पर उसने कोमेश पर चाकू से हमला किया जिससे वह वहीं गिर गया और उसकी मौत हो गई।
कोमेश के पैसे से चुकाया कर्ज
उसके बाद का घटना जंजाल कोमेश साहू के मोबाइल व बैग में रखे एक लाख रुपये को निकालकर बैग को टोलागांव रोड में खेत में जला दिया और जिस चाकू से कोमेश उसे वहीं खेत में मारा झाड़ी में छिपा दिया। एक लाख रुपये में से उसने 14,500 रुपये डीजे वाले का और 10,000 रुपये का एक और कर्ज चुकाया। इसके बाद उसने दशकों के मोबाइल का चेटिंग डिलिट करके उस मोबाइल को भूपेन्द्र सिन्हा नाम के व्यक्ति को दिया जो मेढ़ा गांव का ही रहने वाला था और बाकी पैसे उसने अपने घर में ही छिपाकर रख दिया।
आरोपी को कोर्ट ने जेल भेज दिया
राजनांदगांव संस्करणल एसपी लखन लाल पटले ने बताया कि इस हत्या के मामले में पुलिस ने पंच देवेंद्र सिन्हा को गिरफ्तार किया है। पुलिस दुर्घटना के निशानदेही पर हत्या का प्रयोग किया गया चाकू बरामद कर लिया गया है। उसी के साथ जो रुपए मिले हैं, उन्हें भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने दस साल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और उसे अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने पंच को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।