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मृत्यु पंचक 2023: साल 2023 का दूसरा निधन पंचक 13 मई 2023 शनिवार को शुरू हुआ था अब पांच दिन बाद आज इसकी समाप्ति हो गई है। हिंदू धर्म में हर शुभ काम अच्छा मुहूर्त देखकर देखा जाता है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार अशुभ समय में किए गए कार्य मनचाहा परिणाम नहीं देते।
यही कारण है कि पंचक के 5 दिन बहुत से शुभ काम करने की मनाही है। अब मृत्यु पंचक के समापन के बाद पुन: शुभ कार्य शुरू हो जाएं। आइए जानते हैं मृत्यु पंचक के बाद क्या कर सकते हैं।
मृत्यु पंचक 2023 कब खत्म होगा (मृत्यु पंचक 2023 समाप्ति तिथि)
मई में साल की आखिरी मौत पंचक 13 मई को प्रात: 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू हुई थी और अब 17 मई 2023 बुधवार को सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर खत्म हो गई है। आज शिव बुध प्रदोष व्रत और मासिकरात्रि भी है। जब चन्द्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में विचरण करता है तो उसे ही पंचक कहा जाता है। ये सभी नक्षत्रों को पार करने में चंद्रमा लगभग 5 दिन लगते हैं और प्रत्येक 27 दिनों के बाद पंचक होते हैं।
पंचक में क्यों नहीं करते शुभ कार्य (मृत्यु पंचक नियम)
पंचक के अशुभ काल में सभी प्रकार के शुभ कार्यों पर पाबंदी लगती है। पंचक में कोई भी शुभ काम करने से उसकी किस्मत की संख्या बढ़ जाती है। विशेष रूप से मृत्यु पंचक में तो कुछ विशेष कार्य करने पर जीवन संकटों से गिर जाते हैं इसलिए इस समय नए घर का निर्माण करना, छत डालना, मकान की छत लगाना, नया व्यापार शुरू करना, नया फर्नीचर खरीदना, उपनयन संस्कार, सभी विद्यारंभ आदि कार्य टाल दिये जाते हैं। अब पंचक के खत्म होने के बाद ये सभी काम लगातार जारी रहेंगे।
मौत पंचक खतरनाक होता है
मृत्यु पंचक काल में किसी की मृत्यु होने पर उसके शव का अंतिम संस्कार करने के साथ ही कुश के पांच पुतला रहने की विधि से उनका अंतिम संस्कार करने का कथन है, ताकि पंच के अशुभ शाकाहारी को टाला जा सके।
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