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ज्येष्ठ अमावस्या 2023: हिन्दू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा को पर्व माना जाता है। अमावस्या पर गंगा, यामा, शिप्रा, नर्मदा जैसी पवित्र नदियों में स्नान और सड़कों को दान करने की परंपरा है। इस साल ज्येष्ठ अमावस्या 19 मई 2023 को है। इस दिन शनि जयंती और वट सावित्री व्रत भी किया जाएगा। इस दिन के बाद से ज्येष्ठ माह का शुक्ल पक्ष शुरू हो जाएगा।
इस बार ज्येष्ठ अमावस्या पर कई शुभ योग बन रहे हैं तो वहीं ग्रह-नक्षत्रों के संयोग से 3 अशुभ योग का निर्माण भी हो रहा है जो कई राशियों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ अमावस्या पर कौन से अशुभ योग बन रहे हैं और किन राशियों को सावधानी बरतनी होगी।
ज्येष्ठ अमावस्या 2023 अशुभ योग (ज्येष्ठ अमावस्या 2023 अशुभ योग)
- गुरु चांडाल योग (गुरु चांडाल योग)- अभी मेष राशि में बृहस्पति और राहु विराजमान है। ज्येष्ठ अमावस्या पर इन दोनों योजनाओं की युति से गुरु चांडाल योग बन रहा है जिसे ज्योतिष की दृष्टि से अच्छा नहीं माना जा रहा है। कहते हैं कि इसका प्रभाव से समस्त शुभ योग अप्रभावित हो जाते हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी और चरित्र पर बुरा असर पड़ता है।
- ग्रहण योग (Grahan Yoga)- ज्येष्ठ अमावस्या पर मेष राशि में चंद्रमा और गुरु के साथ होने से गजकेसरी योग बन रहा है तो वहीं और राहु की युति से इस दिन ग्रहण योग भी रहेगा। ज्येष्ठ अमावस्या पर मेष राशि में चंद्रमा दोपहर 01.35 मिनट तक विराजमान रहेगा। ग्रहण योग होने से जीवन की शुभता पर ग्रहण लग जाता है।
- जड़त्व योग (जादत्व योग)- मेष राशि में बुध मार्गी राज्य चल रहा है, वहीं राहु भी मेष राशि में विराजमान है। बुध और राहु की युति से ज्येष्ठ अमावस्या पर जड़त्व योग का प्रभाव रहेगा। ज्योतिष में जड़त्व योग को बेहद खतरनाक माना जाता है। इसके प्रभाव से जातकों के जीवन में निरंतर दावा-ग्रहण की स्थिति बनी रहती है।
ज्येष्ठ अमावस्या 2023 इन राशियों को रहना होगा सावधान (ज्येष्ठ अमावस्या 2023 अशुभ राशि चिन्ह)
- सिंह राशि – ज्येष्ठ अमावस्या पर जड़त्व योग सिंह राशि वालों को प्रभावित कर सकता है। इस समय अवधि के दौरान किसी भी लंबी दूरी की यात्रा करने से बचें अन्यथा आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। व्यापारिक लोग इस समय नया निवेश न करें। वाणी पर संयम रखें, असंमित भाषा की वजह से पिता और गुरुओं से संबंध खराब हो सकते हैं।
- मेष राशि – मेष राशि में गुरु और राहु की युति से बना गुरु चांडाल योग आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। स्वास्थ को लेकर तालमेल न। व्यवसाय में आर्थिक रूप से धन व्यय बढ़ता है। ऐसे में धन व्यय पर कब्जा प्राप्त करें।
- कन्या राशि – गुरु-राहु की युति की इस अवधि में कन्या राशि वाले मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं। ऐसे में ज्येष्ठ अमावस्या पर बृहस्पति के मंत्रों का जाप करें। ये आपके आत्मविश्वसा में वृद्धि करेगा। स्वास्थ्य को लेकर अलर्ट रहना चाहिए। इस अवधि में अपयश से बचें। आपका बजट प्रोफाइल हो सकता है इसलिए बेहिसाब खर्च न करें।
- वृषभ राशि – ज्येष्ठ अमावस्या पर जड़त्व योग के प्रभाव वृषभ राशि वालों पर भी पड़ सकते हैं। इस अवधि में जीवों के साथ मनमुटाव बना रहेगा। धनहानि हो सकती है। कोर्ट कचहरी के मामलों में किस्मत के योग हैं। निवेश करने से बचें तो आर्थिक नुकसान नहीं पहुंचेगा।
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