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उस समय सुहाना ने आगे लिखा था, ”यह दुख की बात है कि एक युवा लड़की को बड़े लोगों से इस तरह से मिलने का सामना करना पड़ा. इसके अलावा तथ्य यह है कि ये एक वास्तविक वयस्क हैं, दुख की बात ये है कि हम सभी भारतीय हैं, जो दिखते भूरे हैं, हां हम अलग-अलग रोटों में आते हैं लेकिन आप मेलेनिन से खुद को दूर करने की कितनी कोशिश करते हैं लेकिन आप नहीं कर सकते हैं। अपने ही लोगों से नफरत करने का मतलब है कि आप बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
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