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मुलचेरा पंचायत समिति अंर्तगत शांतिग्राम ग्राम पंचायत के कर 2013 और 2018 में ग्राम पंचायत सदस्य के द्वारा वर्ग 2 की जमीन जो 2016 में शासन जमा ( कबिलकस्थ ) होने के बावजूद ग्राम प सदस्य रहते हुए विकाश आदित्यनाथ घरामी के द्वारा विषय को सार्वजनिक ना करते हुए ,बोगस ठराव मंजूर किया।सरकार जमा जमीन को दुबारा 2018 में ग्राम पंचायत से ठराव बनाकर कब्जा किया। साथ साथ लगाम के पटवारी जो विकाश आदित्यनाथ घरामी के हितसंबन्धित हैं। उनसे साठ गांठ कर महसूल से अतिक्रम का चालान भी बनाया गया। ग्राम पंचायत के सरपंच सदस्य की गड़बड़ झाला काम यही नहीं रुका कंचनपुर के सर्वे क्रम 183 जो शासन की जुडपी जंगल 2018 तक थी।इस जमीन पर 2018 में को गाई ।विनय देवेंद्र मुखर्जी और उनके 2 भाई के द्वारा।लेकिन ग्राम पंचायत शांतिग्राम के द्वारा 2013 में विनय मुखर्जी और उनके भाई के नाम शासन का दिशाभूल करते हुए,उन्हे भिं सरकारी जमीन पर अतिक्रम होने के बोगस ठराव मंजूर कर शासन के साथ ठगी किं गाई। जब इस बात की जानकारी हुई तो ग्राम पंचायत शांतिग्राम में दिसंबर 2022 माह की ग्राम सभा में लिखित जानकारी और शासन के साथ की गई ग्राम पंचायत द्वारा दिशाभूल ठगी वाली बोगस ठराव नामंजूर कर जमीन सर्वे क्रम 11 वा 19 शांतिग्राम (कबिलकास्त ) और सर्वे क्रम 183 कंचनपुर के शासन जमीन सार्वजनिक काम के लिए राखीव रखने और बोगस ठराव को नामंजूर कर सर्वसम्मति से ठराव पास किया गया।परंतु मौजूदा ग्राम पंचायत सदस्य आदित्यनाथ जोडूनाथ घरामो के द्वारा सरपंच सदस्य को आपने बेटे माझी ग्राम पंचायत सदस्य के बोगस दिशाभूल करभार को जायज ठहराने पूरे जोर शोर से कोसिस करने में लगी हैं। ग्राम सभा में पास की गई सर्वसम्मति से पारित ठराव को ग्राम पंचायत के ईमानदार सचिव को धमकी भरी लहजे में अगला ग्राम सभा पारित कर 22 दिसंबर की ठराव को निरस्त करने की जड्डोजहद में लगने की जानकारी प्राप्त हुई।इस प्रकार शांतिग्राम में प्रशासन को ठगी कर बिना जानकारी दिए पहले ठराव बनाया काट हैं और फिर सरकारी जमीनों पर अतिक्रम कर कब्जा किया जाने की कई घटना हुई।ग्राम पंचायत शांतिग्राम एक ठग बाजी करने और गांव के विकाश के नाम पर ठगी करने वाला घोटाला ग्राम पंचायत की पदवी की ओर अग्रसर हैं।
गड़चिरोली से ज्ञानेंद्र विश्वास