[ad_1]
<दिव दिर ="ऑटो" शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"दिल से जुड़ी रोचक बातें: दिल से जुड़ी दो बातें आपने कई लोगों के मुंह से सुनी होंगी। अचानक कुछ होने पर ये कहने कि ‘ओह, मेरे दिल की धड़कन थम गई थीं।’ या फिर किसी खास को देखकर दिल का जोर से फिक्र महसूस होना। क्या आपने रियल लाइफ में ऐसा कभी महसूस किया है। अगर महसूस किया है तो यकीन मानिए कि दिल से जुड़ी ये बातें फिल्मी नहीं बल्कि बिल्कुल सच हैं और साइंटिफिकली सर्टिफाइड भी हैं। आप स्टेट्स हैं क्या है दिल की धड़कन से धड़कना या दिल की धड़कन पलभर के लिए थम जाने के पीछे का विज्ञान।
क्यों तेजी से घबराहट है दिल?
आपकी भावनाएं और आपकी दिल का गहरा नाता होता है। आप डर महसूस करते हैं, किसी से प्यार करते हैं या फिर किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा एक्साइटेड होते हैं। हर हालत में आपके दिल की धड़कन पर असर पड़ता है। आसान भाषा में इस तरह से समझें कि आप किसी प्रतियोगिता का बने हैं। प्रतियोगिता शुरू होने से पहले आपका दिल जोर से धक धक करने लगता है। इसका मतलब यह होता है कि दिल का प्रोडेक्टिव मेकेनिज्म एक्ट हो जाता है। जो आप सबसे अच्छा समाधान देने के लिए तैयार हैं। किस वजह से आप अपनी अधिक क्षमता के साथ काम कर सकते हैं।
क्या है कारण?
दिल पर ऐसा असर इंटेंस सिंपेथेटिक डिस्चार्ज की वजह से है। इस डिस्चार्ज के कारण कुछ खास तरह की हारमोन गतिविधियां होती हैं जिन्हें कैटेकोलामाइन कहा जाता है। इन हारमोन का सीधा असर दिल की धड़कन और गति पर पड़ता है। आपका ब्लॉक होना या सिकुड़ना का ज्यादा बढ़ना सब इसी वजह से होता है।
दिल की धड़कन थम जाना
ये सिर्फ एक पल की बात है। दिल की धड़कन लंबे समय तक थमना तो जान के लिए खतरा है लेकिन पलभर के लिए तो उसका विज्ञान अलग है। जब कुछ खास और बहुत इंटेनेंस हारमोन शरीर में आगे बढ़ते हैं तो प्रीमैच्योर वेंट्रिकुलर संकुचन होते हैं। जब दिल को विद्युत संकेत देने वाले पेसमेकर सेल की जगह ये संकुचन आ जाता है तो वो नेक्स्ट ब्रेकडाउन को इंटरफियर कर देता है। जिसकी वजह से पॉज आ रहा है। और दिल खून से ज्यादा भर जाता है। इसके बाद जो बीट दिखाई देता है तब ब्लड की आवाज गूंजती है। ये पूरी तरह से अटकल ऐसी लगती है जैसे दिल सेकंड भर के लिए विफलता रुक गई।
यह भी पढ़ें – हो गए हैं टॉन्सिल्स तो नहीं होगी परेशानी, ये नुस्खे आजमाएं तुरंत आराम, बस इन बातों का जरूर रखें ध्यान
[ad_2]
Source link