सूचना के अधिकार में भी सूचना नहीं दिए जाने पर खेद जताया
सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार संघ के सदस्य ज्ञानेंद्र बिस्वास ने आरोप लगाया है कि जिले के मुलचेरा तालुका में शांतिग्राम ग्राम पंचायत में दस साल से अधिक समय से स्थानीय शासकों द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शांतिग्राम ग्राम पंचायत में होने वाला हर काम घटिया किस्म का है, भ्रष्टाचार का दाग है और प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है.
उल्लेखनीय है कि शांतिग्राम ग्राम पंचायत के अंतर्गत तीन गांव कंचनपुर, गीताली और शांतिग्राम आते हैं। 2017 में विधायक निधि से गीताली गांव में श्मशान घाट तक जाने वाली सीमेंट कांक्रीट सड़क का निर्माण कराया गया था. इस निर्माण का भुगतान काम पूरा होने पर दिया गया था। लेकिन 2022 में फिर से उसी कार्य के लिए 10 लाख रुपए सामग्री सप्लाई करने वाले दुकानदार को दिए गए। यानी एक ही काम के लिए दो बार पैसे दिए गए। आरटीआई में मांगने पर उक्त जानकारी नहीं दी जाती है। गांव में कई जमीनों पर अवैध कब्जा है। ये अतिक्रमण सत्ता पक्ष के नेताओं और उनके सहयोगियों के हैं। इसे हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में भी काफी अनियमितता है और नियमानुसार कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। इतना ही नहीं जो इस संबंध में मूलचेरा पंचायत समिति को बार-बार शिकायत करने के बावजूद उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। लिहाजा अब इसकी शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला परिषद गढ़चिरौली से की गई है. बिस्वास ने चेतावनी दी है कि अगर इस पर भी कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। गड़चिरोली से ज्ञानेंद्र विश्वास