[ad_1]
हिचकी: जब-जब हिचकी आती है तो आस-पास के लोग कहते हैं कि निश्चित रूप से कोई आपकी याद कर रहा होगा। ऐसा आपके साथ भी कभी ना कभी जरूर हुआ होगा। बचपन से लेकर अब तक यह बात जब तक अटकी है कि अब इस पर भरोसा भी टूट गया है। वहीं कई बार हिचकी रोकने के लिए लोग पानी पीते हैं। कुछ लोग आपका ध्यान निकालने की कोशिश करते हैं। कई बार इन सभी टोटकों से हिचकी रुक जाती है तो कई बार कोरियोग्राफी का नाम ही नहीं लिया जाता है। लेकिन कभी-कभी आपके दिमाग में ये ख्याल आता है कि वास्तविक हिचकी सटीक से क्यों प्रतीत होती है कि क्या सच में इसकी याद से कुछ रिश्ता नाता है। इस लेख में इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।
हुंकृति क्यों दिखाई देती है
दरअसल स्मार्टफोन पर मिलने का सीधा-सीधा रिश्ता आपके फेफड़े से जुड़ा हुआ है। चिकित्सा विज्ञान के अनुसार कई बार सांस लेने की प्रक्रिया के दौरान इंसान के फेफड़ों में हवा भर जाती है। इसके चलते शख्स के सीन और पेट के बीच के हिस्से जिसे डायफ्रारम कहते हैं। इसमें एक कंपनी होती है। इस कंपनी की वजह से अगले ही पल दियाफ्रारम प्राप्तकर्ता जाता है और सांस लेने का प्रवाह कुछ पलों तक टूट जाता है, इसमें एक थरथराहट महसूस होता है और इस तरह आपको हिचकी आने लगती है।कई बार यह भी कहा जाता है कि जब मस्तिष्क से डायाफ्राम तक जाने वाले तांत्रिक मार्ग में गड़बड़ी होती है तब भी हिचकी आती है। जब कोई व्यक्ति भूख से ज्यादा खाना खाता है तब भी गैस के कारण हिचकी आने लगती है, इसके अलावा ज्यादा इच्छा और तीखा खाना खाने से भी हिचकी आ सकती है।
इन कारणों से भी आती है हिचकियां
- नर्व डैमेज (सिस्ट, एसिड रिफ्लक्स, गले में गठिया)
- सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर (स्ट्रेस,ट्यूमर)
- मेटाबॉलिक डिसऑर्डर (शराब और साथी का अधिक सेवन
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए नुस्खे, तरीके और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
ये भी पढ़ें: और कॉफी के साथ सिगरेट बहुत खतरनाक, पता भी नहीं चलेगा और हो जाएगी ये बीमारी
नीचे स्वास्थ्य उपकरण देखें-
अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करें
[ad_2]
Source link