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खाने की सर्वोत्तम स्थिति : जितनी तेजी से जीवनशैली बदल रही है, उतनी ही तेजी से हमारी प्रतिक्रियाएँ भी बदल रही हैं। बात उठना-बैठने की हो या खाने की हर चीज का तरीका बदल रहा है। खाने की ही बात तो कुर्सी-टेबल पर खाने का चलन है। कुछ लोग तो रमते या टहलते हुए भी खाना खाते हैं। लेकिन खाना किस पोजीशन में खाना सबसे परफेक्ट होता है, इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। भारत में बहुत पहले से ही सुखासन या पद्मासन में खाना खाया जाता है। इसे सबसे अच्छा पोज़िशन भी माना जाता है। आइए जानते हैं सुखासन (सुखासन) में खाना खाने के 5 जबरदस्त फायदे…
पाचन संबंधी संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी
हमारे घरों में लगातार भोजन करने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि भोजन से शरीर आसानी से पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है। इससे डाइजेस्टिव सिस्टम काफी बेहतर बनता है और बॉडी को जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं।
मन शांत होता है
सुखासन और पद्मासन में बैठने से ही मन शांत हो जाता है। इस आसन में बैठने से टेंनस नर्व्स को आराम मिलता है। इसलिए इस पोजीशन में खाना अच्छा माना जाता है। शांत मन से भोजन से पाचन अच्छी तरह होता है।
फ्लेक्सिबिलिटी-स्टर्म बढ़ता जा रहा है
सुखासन में खाने से बॉडी फ्लेक्सिबिलिटी और स्टेबिलिटी बढ़ती जा रही है। इस पोजीशन में खाने से टांगें और कूल्हे सिकुड़ते जाते हैं, जिससे उनमें से एक दिखाई देता है। इसलिए इसी आसन में हमेशा खाना चाहिए।
पॉश्चर सुदाता है
फ़र्श पर बैठने से शरीर की पॉश्चर सुरक्षा होती है। इस पोजीशन में बैठने से सीधी होती है। इससे संबंधित संबंधी संबंधी विकार भी कम होते हैं। बार-बार के दर्द से भी राहत मिलती है।
ब्लड सर्कुलेशन की पुष्टि होती है
जब भी सॉकेट्स में खाना खाते हैं तो क्रॉस लेग पोजीशन होता है। यह ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। नसों पर दबाव डालने से आराम मिलता है। पाचन के लिए भी रक्त स्राव को जरूरी माना जाता है। फर्श पर बैठने से खाना खाने से दिल की सेहत भी खराब रहती है।
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