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झारखंड ईडी के छापे: झारखंड में ईडी आज बड़ी कार्रवाई कर रही है। दरअसल, कांग्रेस (कांग्रेस) नेता प्रदीप यादव प्रदीप यादव) और उनके सहयोगियों से जुड़े 12 सहयोगियों पर ईडी ने खुलासा की है। बता दें कि, यह सर्च ऑपरेशन अभी चल रहा है. ईडी यह खोज अभियान प्रदेश के चार अलग-अलग और देवघर के आठवें स्थान पर हो कर रही है। दरअसल, यह मामला प्रदीप यादव व अन्य पर निहित कार्रवाई से छायांकित है। लिपिक विभाग ने कुछ महीने पहले दस्तावेज़ की और प्राथमिक दर्ज की थी। अब ईडी पीएमएलए के तहत मामले की जांच कर रही है।
सूचना के अनुसार आयकर टैक्स के द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर ईडी की यह कार्रवाई शुरू हो गई है। पिछले साल 4 नवंबर को कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव और अनूप सिंह के दावों पर एक साथ दस्तावेजों का बंटवारा किया गया था। इस बंधन विभाग के दौरान अनूप सिंह और प्रदीप यादव के कुछ करीबियों के यहां भी दबिश दी गई थी। प्रदीप यादव के घर आयकर दस्तावेजों के दस्तावेजों के दौरान कई दस्तावेज बरामद किए गए थे। दस्तावेजों की जांच के बाद दस्तावेज विभाग ने इन मामलों की जांच के लिए केस ईडी के पास भेजा था। उसी मामले के आधार पर ईडी मामले की जांच में जुटी हुई थी। जब इस मामले में नए तथ्य शामिल हुए तब यह लुका-छिपी शुरू की गई है।
प्रदीप यादव ने ईडी को लेकर क्या कहा था?
दरअसल, अभी हाल ही में कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव ने प्रदेश में लगातार हो रही ईडी और आईटी की हुकूमत को लेकर केंद्र सरकार पर जोर साधा था। उन्होंने कहा कि यह सब केवल 2024 के चुनाव होते ही दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग यह दिखाना चाहते हैं कि गैर-जाकेदार राज्यों में भ्रष्टाचार के अलावा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा था कि देश में 95 प्रतिशत बैंकॉक कराती है। असली बीजेपी के घर पर कोई छापा क्यों नहीं पड़ता। दुमका परिसदन में झारखंड झारखंड ईडी और सीबीआई के चंगुल में फंसने के सवाल पर यादव ने कहा था कि झारखंड कैडर की आईएएस पूजा सिंघल का मामला पिछली बीजेपी सरकार के समय का है।
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