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<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;">ब्लड क्लॉटिंग शरीर की महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है जो हमें रक्त के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करती है। जब हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की इंजरी हो जाती है तो ब्लड क्लॉटिंग ब्लड को रोकने और घाव को भरने में मदद करती है। लंबे समय तक बैठे रहने से या कोई चोट लग जाने से शरीर में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या होने लगती है। कई बार ब्लड सर्क्यूएशन सही तरीके से ना होने की वजह से ब्लड क्लॉटिंग भी हो जाती है।

इसकी वजह से सर्क्यूएशन का प्रोटोटाइप धीमा हो जाता है। अक्सर लोग ब्लड क्लॉटिंग को इग्नोर करने की भूल कर देते हैं, पर ऐसा करना शरीर के लिए किसी बड़ी बीमारी को बुलावा देना है। ब्लड क्लॉटिंग की ये समस्या नसों में खून जमने की वजह से होती है। चोट अगर ऊपर है तो इसका निदान आसानी से कर सकते हैं लेकिन अगर चोट सामान्य है तो परेशानी बढ़ सकती है। आज हम ब्लड क्लॉटिंग से बचने के घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे।

ब्लड क्लॉस्टिंग क्या है?

ब्लड क्लॉटिंग ब्लड का एक ऐसा हिस्सा है जो ब्लड को दो से ठोस में बदल देता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम रक्त के बहाव को रोक सकते हैं, लेकिन अगर रक्त नसों के अंदर जा जाएं तो शरीर के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है। ब्लड क्लॉट्स नसों के माध्यम से हमारे लंग्स और दिल तक पंहुच जाते हैं जिससे हमारा सर्कुलेशन पर असर पड़ता है जो कि जानलेवा भी हो सकता है।

ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण

1। अधिक पसीना आना
2. सीने में दर्द 
3. दिल की धड़कन बढ़ना
4. सांस लेने में दिक्क्त 
5. सिरदर्द
6. धुंधला दिखना 
अगर शरीर में आपको ये सारे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ब्लड क्लॉटिंग को कम करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन बढ़ना और बेहतर बनाना सबसे जरूरी है। ऐसे में आप कसरत करें और फिजिकल एक्टिविटी लें, बढ़े हुए वजन को कम करें, हेल्दी डाइट लें और आहार को अपनी आदत बनाएं। सिगरेट या अन्य किसी भी प्रकार के धूम्रपान से बचें।

ब्लड क्लॉटिंग से बचने के लिए अपनाए ये 5 घरेलू तरीके

&सांड; लहसुन

ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को लहसुन की मदद से दूर किया जा सकता है। इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले लहसुन की कलियों को छीलकर और पीसकर एक कप पानी में साझेदारी लें फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें। लहसुन में एलिसिन और एजोइन नामक तत्व होते हैं जो रक्त क्लॉटिंग को रोकने में सिद्ध हो सकते हैं।

&सांड; ग्रीन टी

ग्रीन टी से ना केवल वजन कम होता है और पाचन शक्ति अच्छी होती है, बल्कि इससे हमारी कई बिमारियां सही हो सकती हैं। ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड क्लॉटिंग से स्पष्ट होता है।

&सांड; हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमें कई संदेशों और बिमारियों से दूर रखते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो ब्लड थिनर की तरह काम करता है और ये ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को दूर करता है।

&सांड; अदरक 

ब्लड क्लॉटिंग की समस्या में सिरप भी साबित हो सकता है। इस उपाय को करने के लिए एक टम्बलर गर्म पानी में अदरक कद्दूकस करके दाल दें और एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें। अदरक में मौजूद सैलिसिलेट नामक तत्व भी इस समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है।

&सांड; ऑरेगेनो

ब्लड क्लॉट होने पर ओरेगेनो का सेवन करें, इसमें आयरन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो क्लॉटिंग को सही कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: येलो नेल सिंड्रोम: पीले नाखून की परेशानी किसी भी तरह से अंदरुनी बीमारियों का संकेत तो नहीं… जानिए क्या है इसकी वजह

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Umesh Solanki

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