कोल्हापुर की घटना के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। यह इंटरनेट सेवा अगले 31 घंटे के लिए बंद कर दी गई है। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ जिलों में औरंगजेब के औलादें पैदा हुए हैं। वे औरंगजेब की फोटो, दावे और स्टेटस दावेदार हैं। इस कारण समाज में दुर्भावना और तनाव पैदा हो रहा है। सवाल यह है कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से पैदा हो गए हैं। हम इसका असली मालिक किसे ढूंढेंगे। स्थिति नियंत्रण में है। लोगों से अपील है कि वे क़ानून अपने हाथ में न लें।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य आरक्षित पुलिस बल (एसआर पीएफ) के कर्मियों को शहर में रोक दिया गया है जबकि पुलिस ने सतारा से और पुलिस बल की मांग की है। अधिकारी ने कहा कि 19 जून तक निषेधाज्ञा आदेश लागू कर दिए गए हैं हैं और पांच या इससे अधिक लोगों के समेकन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि दो लोगों ने मैसुरु के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर के साथ आपत्तिजनक ऑडियो संदेश को अपने सोशल मीडिया ‘स्टेटस’ पर डाला था जिससे मंगलवार को तनाव हो गया था। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि दक्षिणपंथी अभ्यर्थी के एक समूह ने दोनों व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
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अधिकारियों ने बताया कि और प्रदर्शन होने के बाद पुलिस ने शाम को एक प्राथमिकी दर्ज की और सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) पंडित ने बताया, ”कुछ अंग ने कोल्हापुर बंद का आह्वान किया था और उनके कार्यकर्ता आज शिवाजी चौक पर सागर गए थे। प्रदर्शन के बाद बंधुआ लौट रही थी, तभी कुछ गुंडों ने पथराव शुरू कर दिया जिसकी वजह से पुलिस को उनके खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ा ताकि वे तितर-बितर हो जाएं।”
एसपी ने कहा कि उन्होंने आपत्ति को आपत्तिजनक पोस्ट मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में बताया था और उनसे शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि घरों पर पथराव और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने के बाद ही बल और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने उपद्रवियों का पता लगाने और उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया है।