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भारत में ऐसे लोगों की संख्या काफी बड़ी है, जिन्हें विदेशी घूमना बहुत पसंद है। कई लोग तो स्नैपचैट होने की प्लानिंग भी करते हैं। हालांकि अपने देश को छोड़कर किसी दूसरे देश में चिपकना और वहां के माहौल में समायोजन करना इतना आसान नहीं होता है। किसी दूसरे देश में बसना काफी महंगा साबित हो सकता है। लेकिन अगर हम आपको यह बताते हैं कि एक ऐसा देश है, जहां स्टीकर होने पर आपको 71 मिलियन रुपये मिलेंगे तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? बेशक यह सुनने में अद्भुत लग रहा है। लेकिन वास्तव में एक ऐसा देश है।
अब आप यह जानने को उत्सुक होंगे कि वास्तव में कौन-सा देश हैं जो इतना मेहरबानी कर रहा है, तो बता दें कि वो देश आयरलैंड है। आयरलैंड की सरकार ने यह ऑफर दिया है। यहां की सरकार अपने देश में आबादी का विस्तार करना चाहती है। यही कारण है कि उसने इस तरह का प्रभातफेरी किया है। गवर्नमेंट की यह सबसे पुरानी ‘ऑर लिविंग आइलैंड’ पॉलिसी का हिस्सा है।
बस वालों को 80,000 यूरो मिलेंगे
आयरलैंड की गवर्नमेंट वेबसाइट के अनुसार, इस पॉलिसी का उद्देश्य कम आबादी वाले या खाली पड़े हुए द्वीपों पर लोगों को बसाना और उन्हें फलाना-फूलाना है। ‘ओर लिविंग आइलैंड’ में 30 द्वीप शामिल हैं। इन 30 द्वीपों पर रहने वाले समुदायों की मदद करना इस नीति का हिस्सा है, जो मुख्य भूमि से जुड़ा नहीं है। यानी ये सभी 30 एक तरह से अलग-अलग हैं। इस सीआरटी के तहत आयरलैंड के अपटीय द्वीपों पर बसने वाले निवासियों को 80,000 यूरो यानी कुल 71 लाख रुपए देंगे।
क्या कर रहे हैं?
1. आयरलैंड में बसने वाले नए लोगों को सबसे पहले 30 अपतटीय द्वीपों में से किसी एक द्वीप पर संपत्ति की खरीद होगी।
2. प्रॉपर्टी ऐसी हो सकती है, जिसका निर्माण 1993 से पहले हो गया और ये दो साल से खाली हो गया।
3. सरकार द्वारा जो 71 लाख रुपये दिए जाएंगे, उसका इस्तेमाल प्रॉपर्टी की मेंटेनेंस में होना चाहिए। मतलब घर का हुलिया सुधार या इसके नए रूप निर्मित किए गए हैं जिनका उपयोग किया जाना चाहिए।
कैसे करें अप्लाई?
अगर आपको आयरलैंड की सरकार द्वारा बताई गई सभी शर्त बंधक हैं तो आप 1 जुलाई से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
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