Spread the love

[ad_1]

मंगल दोष के लक्षण और उपाय हिंदी में: ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह की योजनाओं का सेनापति कहा गया है। इसे उग्र ग्रह माना जाता है। कुंडल में मंगल की स्थिति खराब हो तो इससे मंगल दोष बनता है और कई लोग इसका पीछा करते हैं।

कहा जाता है कि मंगल दोष होने से विवाह होने में काफी परेशानी या देरी होती है। यदि विवाह भी हो जाता है तो विवाह के बाद भी अविवाहित जीवन सुखी नहीं रहता है और कई तरह की परेशानियों से जीवन में लगा रहता है। इसलिए विवाह से पहले ही जान महाप्राण कि क्या सर्पिल में मंगल दोष है या नहीं और यदि मंगल दोष है तो ज्योतिष उपाय की सहायता से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है।

क्या है मंगल दोष

ज्योतिष के अनुसार किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह के कुछ निश्चित भाव में होने से मंगल दोष बनता है। मंगल जब किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो तो, इससे मांगलिक या मंगल दोष बनता है। मंगल ग्रह की ऐसी स्थिति जीवन के लिए अच्छी नहीं बनाई गई है। इसके अलावा कुछ ज्योतिष तो मंगल दोष को तीन लग्न (चंद्र, सूर्य और शुक्र) से भी देखते हैं। विवाह और रिश्तेदारी जीवन से जुड़ी दोस्ती से जुड़ने के लिए लड़के या लड़की को मंगल दोष दूर करने के उपायों को अवश्य लेना चाहिए।

मंगल दोष के लक्षण

  • जिसके कुंडल में मंगल दोष होता है, उसके विवाह में कई तरह की परेशानियां आती हैं। विवाह में देरी होना, किसी कारण से रिश्ता टूट जाना या विवाह के बाद समझौता के अच्छा तालमेल न बैठ जाना। ये सभी मंगल दोष के प्रभाव से होते हैं।
  • यदि किसी की कुंडली के सातवें भाव में मंगल दोष हो तो ऐसे में पति-पत्नी के बीच हमेशा मनमुताव रहता है। कभी-कभी लड़ाई-झगड़े बहुत बढ़ जाते हैं कि यह तनाव, टकराव और तलाक का कारण भी बन जाता है।
  • विवाह के अलावा मंगल दोष होने से व्यक्ति कर्ज के बोझ में भी डूबता रहता है या फिर जमीन-जायदाद से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त रहता है।
  • कुंडल के द्वादश भाव में मंगल दोष होने से अनुरुप जीवन के साथ ही शारीरिक क्षमता में कमी, क्षीण आयु, रोग द्वेष और कलह-क्लेश को जन्म देता है।
  • मंगल दोष से व्यक्ति का स्वभाव गुस्सैल, क्रोधिक और अहंकारी हो जाता है।
  • सुसुराल पक्ष से खराब होने या बिगड़ने की वजह से भी मंगल दोष होता है।

मंगल दोष के उपाय

  • मंगल दोष के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए मंगल ग्रह की शांति पूजा करें।
  • मंगलवार के दिन व्रत धारण करें और हनुमान मंदिर जाएं नई का प्रसाद शेयर।
  • मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
  • मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।
  • मंगल ग्रह की शांति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष या फिर मंगल रत्न ज्योतिष की सलाह से धारण करेंगे तो शुभ रहेगा।
  • घर आए हुए मिठाई के टुकड़े से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
  • धमाका में मंगल दोष होता है तो विवाह से पहले नीम का पेड़ धधकता है और 43 दिनों तक कम से कम पेड़ की निगरानी करें। इससे भी मंगल दोष दूर हो जाता है।

ये भी पढ़ें: गरुड़ पुराण: क्या महिलाएं श्राद्ध, त्रयस्थ या पिंडदान कर सकती हैं, जानें क्या कहता है गरुड़ पुराण?

अस्वीकरण: यहां देखें सूचना स्ट्रीमिंग सिर्फ और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताता है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, सूचना की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी विशेषज्ञ की जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित सलाह लें।

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *