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<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;"दिल्ली समाचार: हिमाचल प्रदेश के तटीय इलाकों में शुक्रवार देर रात से ही बारिश का दौर जारी है। झमाझम हो रही बारिश की वजह से कई देशों में भीषण तबाही मची है। बारिश के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इसके अलावा निजीकरण और बिजली सेवा पर भी असर पड़ा है। मौसम विज्ञान केंद्र बारिश ने दोपहर 12 बजे तक रसायन विज्ञान, सोना, मंडी, ऊना, बिलासपुर, सोनार, सिरमौर और सोलन में ग्रेग के साथ मध्यम जारी रहने की संभावना स्पष्ट की है। इसके अलावा मौसम विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक ने कम विजिबिलिटी के लिए भी आवेदन जारी किया है। इन सभी समुद्र विज्ञान केंद्र की ओर से ऑरेंज में सार्जेंट की पेशकश जारी की गई है।
<h3 style="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;"लोगों से पारस्परिक संबंधों की अपील
मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों से साझा उद्यमियों की अपील की है। तेज़ बारिश की वजह से बिजली चमकने की भी चेतावनी है। इससे मानव जीवन और नुकसान तक पहुंच सकता है। इसके अलावा मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों से सुरक्षित स्थान पर रहने की भी अपील की है। बारिश और बिजली कड़कने के दौरान पेड़ और बिजली के खंभों के नीचे खतरनाक साबित हो सकता है। भारी बारिश के चलते शहर के कई लिंक रोड भी बाधित हो गए हैं।
<h3 style="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;"काइके चट्टानों को नुकसान
वहीँ, बात अगर सच शहर की करें, तो दो तक यहाँ हल्की बारिश की संभावना है। इसके अलावा वैज्ञानिकों, किन्नौर और लाहौल स्पीति के प्रायद्वीप वाले क्षेत्र में लोन रेन की ही संभावना जाहिर की गई है। शुक्रवार देर रात से हो रही बारिश के बीच परवानु-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी सड़क किनारे पत्थर गिरे हुए हैं। इसके अलावा पत्थर के डिले से दरार को भी नुकसान पहुंचता है। शहर में भी शिखर से पत्थर गिराए जाने के कारण कई पत्थर टूट गए। मौसम विज्ञान केंद्र के साथ स्थानीय प्रशासन ने लोगों से जुड़ी वस्तुओं की अपील की है।
<p style="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;"ये भी पढ़ें:- विपक्ष की बैठक में अनुराग ठाकुर का तंज- ‘राहुल गांधी की शादी का प्रस्ताव पास, अब सच्चाई में…’
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