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<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">मधुमेह जैसी बीमारी है जो एक बार किसी इंसान को अपने डॉक्टर के पास ले जाती है तो फिर मौत के बाद उसका पीछा करना छोड़ देती है। व्यवसायियों की बीमारी को लेकर अक्सर एक कहा जाता है कि यह इंसान को धीरे-धीरे-धीरे-धीरे अंदर से खोखला कर देता है। आज हम बात करेंगे आदिवासियों के आदिवासियों में होने वाले जलन के बारे में। अक्सर यह बीमारी मरीज़ों के रिश्तेदारों में परेशानियाँ बनी रहती है। नर्व्स में समस्या के मामले में सबसे बड़ा कारण यह है कि जिस व्यक्ति की जैसी उम्र होती है, उसके शरीर में क्रमिक स्तर की वृद्धि होती है, उसी तरह की व्यक्ति की उम्र बढ़ने लगती है।

मधुमेह के मरीज़ की जब तंत्रिका संबंधी समस्याएं शुरू होती हैं तो उसे मरीज़ न्यूरोपैथी कहते हैं।  इसमें कई नसें स्पीकर के साथ खराब हो जाते हैं। सीधे असरदार वास्तुशिल्प पर आधारित है। निम्नलिखित कारणों से अर्थव्यवस्था फिर से शुरू होने लगी है। दावत में तेज दर्द होने लगता है। ऐसे में सिर्फ दवा का ही सहारा रहता है। 

पैरों में होने वाली जलन को ऐसे करें दूर

अगर आप या आपके आस-पास व्यापर का मरीज है और उसके दोस्तों में काफी ज्यादा जलन रहती है। तो आप ये घरेलू उपाय अपना सकते हैं. सबसे पहले एक बाल्टी में गुनगुना पानी डालें और उसमें नमक डालें। सेंधा नमक में नैचुरल मैग्नीशियम होता है जो सूजन को कम करता है जिससे सूजन में जलन और दर्द भी कम होता है। गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर लगभग 20 से 30 मिनट तक, बिस्कुट को लात मारकर रखें।

अदरक के तेल से मालिश करें

मधुमेह के मरीज़ों में होने वाली जलन काफी परेशान कर सकती है। ऐसे में आप अदरक के तेल का इस्तेमाल कीटनाशकों पर कर सकते हैं। रोज़ रात में सोने से पहले हाथों में अद्रक का तेल लें और इसे पुराने से दोस्ती पर मालिश करें। इससे जलन कम हो जाएगी। अदरक में एंटीइन्फ्लेमेट्री तत्व होते हैं जो तुरंत राहत में गिरावट लाते हैं। 

सेब का सिरका

जैसा कि आपको पता है कि सेब का सिरका काफी मात्रा में भरा हुआ है। सिर्किट इंजेक्शन और फंगल इंफेक्शन कम करने में मदद मिलती है। वर्क्स न्यूरोपैथी के लिए यह एकदम असरदार है। सबसे पहले आप गुनगुना पानी लें और सेब का सिरका मिला लें। अब आराम से 20-25 मिनट तक पैर रखें। इससे आपके दांतों को आराम मिलेगा और आप रात में सीने की नींद से सोएंगे। जरूर लें।

ये भी पढ़ें: बारिश के मौसम में इंसान के शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, ऐसे में क्या दही खाना स्वास्थ्य के लिए सही है?

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Umesh Solanki

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