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स्वामी विवेकानंद उद्धरण: स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी लोगों के दिमाग में छाये रहते हैं। स्वामी विवेकानंद एक समाज सेवक थे, समाज सुधारक थे, उनके विचारों ने लोगों के अंदर क्रांति ला दी। स्वामी विवेकानंद एक ऐसे देश भक्त थे जिन्होंने अपना कण-कण देश भक्ति के नाम कर दिया।

4 जुलाई को हर साल स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है। स्वामी विवेकानंद भारत के आध्यात्मिक नेता और विद्वान में से एक हैं। स्वामी विवेकानंद जी भारत के आध्यात्मिक गुरु थे, दुनिया भर को हिंदुत्व और अध्यात्म का पाठ पढ़ाते थे। स्वामी विवेकानंद ने छोटी सी उम्र में जो ज्ञान हासिल किया, उसके बाद वह युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए। स्वामी विवेकानंद का निधन 39 वर्ष की आयु में 4 जुलाई, 1902 को हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि ज्यादातर बच्चों का वर्णन नीचे दिया गया है।

स्वामी विवेकानंद जी ने कुछ खास संदेश दिये थे. आइए जानते हैं स्वामी विवेकानंद जी के प्रसिद्ध स्टाल के बारे में। उनके अनमोल वचन आज भी लोग जीवित हैं और जीवन के हर मोड़ पर हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। उनका वचन आपकी जिंदगी बदल सकता है और आपको नए काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

मुर्दा को बेकार साबित करना सबसे बड़ा पाप है।

जब तक, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।

सत्य को हज़ारों उदाहरणों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।

साथ ही आपको ऊपर उठाना भी संभव है और आपका पैर भी खत्म हो सकता है।

सच को हजारों तरीकों से दिखाया जा सकता है और फिर भी सच तो सच रहता है।

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अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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Umesh Solanki

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