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लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव को लेकर स्टॉक कंपनी का ताज हो गया है। ऐसे में अब झामुमो ने भी चुनावी तैयारी में कूदने का फैसला किया है. साथ ही दार्शनिकों को सचेत किया है कि, बीजेपी को उद्यम में न लें। वहीं मुख्यमंत्री रसेल सोरेन (हेमंत सोरेन) ने कहा कि, विरोधी के पास संसाधन भी हैं और आकर्षक भी, कब तक जा सकते हैं, आकार नहीं बताया जा सकता। वह हर वक्त म्यूजिक मूड में रहती है। इसलिए क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां जनता को बताएं, उन्हें यह भी बताएं कि किस तरह की बीजेपी ने एकजुट हो या सरना धर्म कोड फंसा कर रखा है।
इसके साथ ही सीएम ने डुमरी विधानसभा को लेकर भी नेताओं-कार्यालयों को आगाह किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह हमारे लिए लिटमस टेस्ट है। 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से पार्टी 35-40 हजार के अंतर से थी, इसबार आंकड़ों को बढ़ाया गया. असल, सीएम सोरेन मंगलवार को झामुमो केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक की समीक्षा कर रहे थे। पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी के सभी बड़े नेता थे.
आपकी सरकार, आपका द्वार कार्यक्रम फिर
सीएम ने कहा कि, जनसमस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से जल्द ही आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम को नए स्वरूप में शुरू करेगी। खंड से पंचायत स्तर तक शिविर में शामिल पार्टी जनता को सरकार की उपलब्धता का संकेत देगी। बैठक में चाईबासा समेत अन्य पार्टियों ने चाईबासा लोस सीट से चुनाव लड़ने पर जोर दिया। इसके साथ ही छत्र व लोहरदगा लोस सीट पर भी प्रार्थना पत्र दिया गया है।
संगठन के संगठन एवं विस्तार पर जोर
वरिष्ठ नेता विनोद पांडे ने कहा कि, संगठन की बैठक और विस्तार पर जोर दिया गया। 50 लाख नये सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा करने का संकल्प लिया गया। चाईबासा सीट पर जिला समिति ने अपनी भावना पार्टी को बताया है। झारखंड में झामुमो बड़े भाई की भूमिका है और वह फर्ज भी खेलेंगे। कौन सी पार्टी कहां से चुनावी मैदान में है, इस फैसले में किस पार्टी के नेता कौन हैं।
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