[ad_1]
कोटा समाचार: कोटा में होटल की दुकान का नाम थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक मोटोरोला की मौत के लिए सभी के लिए मुसीबत का सबब फ़ार्म जा रहा है। पिछले 6 महीने में करीब 16 कोचिंग स्टोअर्क ने आत्महत्या की है। इससे परिवार का रिश्ता टूट रहा है। शुक्रवार रात को कोटा के महावीर नगर इलाके में एक ओर कोचिंग छात्र ने फंदा पर हमला कर लिया। ये छात्र उत्तर प्रदेश के फैजुलनगर में रहने वाले थे। वह कोटा में बंदोबस्त की तैयारी कर रही थी।
दो महीने पहले ही आया था कोटा
महावीर नगर थाना पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश कोटा से दो महीने पहले ही छात्र आया था। छात्र बहादुर सिंह (17) कोटा में एक कोचिंग संस्थान से दीक्षांत समारोह के लिए तैयारी कर रहा था। वह कोटा के महावीर नगर सांकड में एक मकान में पियथिया के पास रह रही थी।शुक्रवार की रात को वह अपने कमरे में फंदा लगा लिया। शनिवार सुबह जब वह अपने दोस्त के कमरे पर गया तो घटना का पता चला। मकान मालिक ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। यह जानकारी पुलिस मशीनरी पर. पुलिस ने शव को तालाब से निकालकर अस्पताल तक पहुंचाया। पुलिस ने ही परिवार को सूचना दी. मृत छात्र के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में हत्या के कारण सामने नहीं आये हैं.
दोस्त ने सबसे पहले फांग पर देखा
बहादुर के साथ निर्विकार नाम का एक छात्र भी रहता था। दोनों साथ में ही लाइब्रेरी गए थे और तैयारी कर रहे थे। शुक्रवार को उसने लाइब्रेरी जाने से मना कर दिया। रात को सब सो गए, सुबह फिर से निहत्थे साहस को साथ लेकर जाने के लिए निकला तो उसने जवाब नहीं दिया, दरवाजा नहीं खुला तो जोर से दरवाजे को धक्का दिया तो सामने देखा कि निर्भयता का साहस लटक गया है। उसने तुरंत ही मकान मालिक को सूचना दी। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी.
कोचिंग इंस्टिट्यूट ने आने से पहले किया था मन
तीन दिन से कोचिंग प्लेस ने भी बहादुरी के लिए आने का मन कर दिया था। बहादुर को दादू की बीमारी हो रही थी। उसके शरीर पर कई सारे निशान हो रहे थे.इससे भी वह पूछताछ कर रही थी.हालाकि यह जांच का विषय है कि उसने आत्महत्या क्यों की.पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें
[ad_2]
Source link