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डकनिया तलाव रेलवे स्टेशन: कोटा में जहां वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जा रहा है और देश दुनिया के रेलवे स्टेशन का स्टॉक कोटा के रेलवे स्टेशन पर बनाया जा रहा है। वहीं कोटा के अन्य डकनिया रेलवे स्टेशन का काम भी जोरो पर चल रहा है। अक्टूबर 2024 में कार्य पूर्ण होने की संभावना बनी हुई है। देश भर के रेलवे को पुनर्विकसित करके भव्य और विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में भारतीय रेल द्वारा राजस्थान प्रदेश के डकनिया तालाब रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण की योजना विकसित की जा रही है।
पुनर्विकास कार्य पर होगा 132.20 करोड़ रुपए खर्च
वरिष्ठ मंडल के निदेशक रोहित इंटरगेस्ट ने बताया कि डकनिया तालाब रेलवे स्टेशन (रेलवे स्टेशन) का पुनर्निर्माण कार्य 132.20 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा। डकनिया तलाव रेलवे स्टेशन के नीचे 4860 वर्ग मीटर में फ्रंट साइड स्टेशन भवन का पुनर्निर्माण और 2840 वर्ग मीटर में फ्रंट साइड स्टेशन भवन का निर्माण किया जाएगा। स्टेशन पर सभी प्लेटफार्मो को जोड़ने वाली 36 मीटर प्लास्टर कॉनकोर्स एरिया का निर्माण किया जाएगा।
डकनिया स्टेशन पूर्ण होने पर ये पूछी गई जानकारी
स्टेशन पर टिकट प्लाजा, प्लाजा (वीआईपी) लाउंज, वेटिंग रूम, फूड प्लाजा और कियोस्क जैसे सामान उपलब्ध हैं। यहां आगमन और प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। वहीं यात्रियों की सुविधा के लिए 09 लिफ्ट एवं 09 एस्केलेटर का प्रस्ताव दिया गया है। ये पूरा स्टेशन मित्र मंडली और स्टोरकी सुविधा भी उपलब्ध होगी। यात्री सुरक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखे हुए स्टूडियो कैमरे भी खोदे गए। पर्यावरण संरक्षण के लिए स्टेशन का निर्माण रूप में विकास किया जाएगा और साथ ही सौर ऊर्जा एवं जल संरक्षण की हरित व्यवस्था भी की जाएगी।
वर्तमान में स्टेशन के पुनर्निर्माण के कार्य में सर्वेक्षण और फोटोग्राफी का कार्य लिया गया है। इसके अतिरिक्त फ्रंट स्टेशन और शेयरधारक स्टेशन भवन और स्मारक स्टेशन भवन के लिए फाउंडेशन और खुदाई का कार्य किया गया है। इसके साथ ही रिले और स्टूडियो रूम का कार्य प्लिंथ लेवल तक कर लिया गया है और स्टूडियो का काम चल रहा है। पुनर्स्थापना डकनिया तालाब स्टेशन विश्वस्तरीय उपकरण उपलब्ध हैं और साथ ही क्षेत्र का आर्थिक विकास भी चाहता है।
वर्तमान डकनिया तालाब स्टेशन की प्रगति
लिंटेल लेवल तक रिले और स्टूडियो रूम वर्क के तहत स्टॉक स्टॉक का काम पूरा हो चुका है। लिंटेल के शीर्ष कॉलम का कार्य प्रगति पर है। इलेक्ट्रिक सब स्टेशन कार्य के तहत लिंटेल लेवल तक कंक्रीट ऑब्जेक्ट का काम पूरा हो चुका है। लिंटेल के शीर्ष कॉलम का काम प्रगति पर है। फ्रंट स्टेशन निर्माण कार्य में अब तक स्थापना दिवस का कार्य पूरा हुआ। पीसीसी, अर्थशास्त्री का कार्य प्रगति पर है। कॉलम निर्माण एवं कार्मिक का कार्य प्रगति पर है।
इंस्टिट्यूट की खुदाई, पीसीसी का काम पूरा हो चुका है जबकी फूटिंग गेस्ट प्रोग्रेस के साथ ही कोलम निर्माण एवं कॉन्स्टिटंग का कार्य प्रोग्रेस पर है। प्लेटफ़ॉर्म नंबर 1 की बात करें तो यहां नए प्लेटफ़ॉर्म के लिए मिट्टी का कार्य प्रगति पर है। प्रीकास्ट कोपिंघ वॉल में प्रीकास्ट कोपिंघ वॉल की क्वालिटी चल रही है। वैज्ञानिक कार्य के तहत वास्तुशिल्प खुदाई का काम पूरा हुआ। वहीं पीसीसी का कार्य प्रगति पर है। डकनिया तलाव मेडिसिन को पुनर्विकसित समय स्टेशन डिजाइन के मानक तत्वों पर ध्यान देने का काम किया जा रहा है।
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