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<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">गर्भावस्था के दौरान एक महिला के शरीर में कई तरह के विकार परिवर्तन होते हैं। कभी-कभी यह कैंडलस्टिक अधिक प्रभाव नहीं डालता है, लेकिन कई बार इस टॉयलेटरीज़ की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक महिला को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई महिलाओं को पूर्ण वृद्धि की समस्या से परेशान होना पड़ता है। ओनली माई हेल्थ में सबसे बड़ी खबर यह है कि प्रैग्नेंसी के शुरुआती तीन महीने के दौरान ही दुनिया का दायरा बढ़ने लगा है।
गर्भावस्था के दौरान धीरे-धीरे वृद्धि की समस्या होती है। इससे बचने के लिए यह उपाय करें:-
गर्भावस्था में आलौकिक वृद्धि क्यों होती है?
गर्भावस्था के दौरान जीवनशैली और जीवन शैली के कारण कई तरह के संस्थागत खतरे होते हैं। ऐसा लगता है कि ऑलेस्टियल शरीर पर फातिमा जमने की वजह से जिंक मॉलिक्यूलेशन होता है। इस दौरान शरीर में टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन का स्तर इनबैलेंस के कारण उच्च अस्थिरता की समस्या हो सकती है। एनसीबीआई में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान बढ़ती वृद्धि की संभावनाएँ बढ़ गई हैं। कई महिलाओं में उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या के कारण कई तरह के लक्षण सामने आ सकते हैं। इसकी वजह से हाई बीपी, हार्ट अटैक, प्राइमाइक्योर अस्थमा और जेनेटिक डिसऑर्डर की समस्या भी हो सकती है। गर्भावस्था में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कई लक्षण हो सकते हैं। p>अस्वीकरण: इस लेख में बताई गई विधि, तरकीबें और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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