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महोबा समाचार: उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश) के महोबा जिले (महोबा) में कांग्रेस (कांग्रेस) ने मणिपुर हिंसा (मणिपुर हिंसा) को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार (बीजेपी) के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के वकीलों ने गले में काली मिर्च, अदरक, टमाटर की माला अपना विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसी विधायकों ने मोदी हटाओ देश बचाओ का नारा लगाया। प्रदर्शनकारियों ने वहां की राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, राष्ट्रपति शासन स्थापित करने की मांग की।
आने वाला साल यानी साल 2024 में होने वाला चुनाव का समय ज्यों-ज्यों खुला आ रहा है, मिर्ज़ा लेक को रिझाने के लिए कई मस्जिदों पर सरगर्मी नज़र आ रही है। शायद यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी जिसमें कई छात्र शामिल हैं, अब बीजेपी सरकार को घेरने में लगी है। महोबा में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष तुलसीदास लोधी के नेतृत्व में कांग्रेसी चौक पर रैली निकाली गई, शहर के अलाहा में कांग्रेसी चौक पर धरना-प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया गया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ जोरदार हंगामा किया।
बीजेपी सरकार का मुद्दा असफल- कांग्रेस
साझी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपने विरोध प्रदर्शन के खिलाफ अपने गले में लटकते हुए लटकते हुए नारे लगाए। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश और केंद्र की सरकार की वापसी के इरादे विफल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश में ग़रीबों की थाली का जायका स्थापित किया गया है, उस देश में आकाशगंगा छू रही है। टमाटर दिनों में दो सौ रुपये किलो बाजार में बिक रहा है। जबकि, काली मिर्च और अदरक की कीमतें भी आसमान छू रही हैं, काली मिर्च और अदरक बाजार में 250 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने आम आदमी के कमर तोड़ कर रख दी और सरकार इस पर नकेल कसने में नाकाम रही है।
सरकार में लागू होगा राष्ट्रपति शासन- कांग्रेस अंपोल
इस प्रदर्शन में कांग्रेसी वकीलों और नेताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा, उन्होंने जहां से आई और नारे लगाए, वहां से नारे लगाए। प्रदर्शनों में नेताओं और विधायकों ने केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए डेमोक्रेट सारसाहित्य की आलोचना की। कांग्रेस के मौलाना तुलसीदास लोधी ने कहा कि 15 महीने में मठवासियों में हिंसा शुरू हो गई, लेकिन प्रधानमंत्री नहीं बने नरेंद्र मोदी इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने सीएम सीएम को राष्ट्रपति पद से हटाकर राष्ट्रपति पद की आजादी की इजाजत दे दी।
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