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पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को स्वाधीनता दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राजनीतिक छल-कपट छोड़ कर बिहारवासियों को बताना चाहिए कि महागठबंधन (Mahagathabandhan) सरकार बनवाने के लिए उन्होंने 2020 के जनादेश से विश्वासघात क्यों किया? आगे उन्होंने कहा कि नीतीश-लालू (Nitish Kumar-Lalu Yadav) डील के तहत बनी सरकार ने चेहरा छिपाने के लिए जो नियुक्ति-पत्र बांटे और फोटो खिंचवाए, वे सारी नियुक्तियां एनडीए (NDA) सरकार के समय हो चुकी थीं, फिर यह धोखा क्यों किया गया?
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
नीतीश कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार को राष्ट्रीय ध्वज के नीचे खड़े होकर बताना चाहिए कि 20 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के वादे पर बनी नई सरकार साल भर में एक व्यक्ति को भी नौकरी क्यों नहीं दे पाई? नौकरी के बदले जमीन मामले में चार्जशीटेड व्यक्ति को 6-6 विभागों का मंत्री और डिप्टी सीएम बनाए रखने के लिए भ्रष्टाचार से समझौता क्यों करना पड़ा, ऐसी क्या मजबूरी थी, यह भी मुख्यमंत्री को अपने संबोधन में बताना चाहिए. क्या इसी दिन के लिए स्वाधीनता सेनानियों ने अपना बलिदान दिया था?
‘सीएम को 15 अगस्त पर अवश्य कोई संकल्प घोषित करना चाहिए’
बीजेपी नेता ने कहा कि हत्या-बलात्कार, महिलाओं से बर्बरता, बैंक लूट और राहजनी से लेकर पुलिस पर बालू-शराब माफिया के हमले जैसी घटनाओं में वृद्धि के कारण आजादी क्यों कलंकित हो रही है? इससे आजादी कैसे मिलेगी, यह भी मुख्यमंत्री को बताना चाहिए. बीजेपी के सरकार में रहते बिहार में जातीय जनगणना कराने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया, यह तथ्य स्वीकार करते हुए नीतीश कुमार को बताना चाहिए गैर-बीजेपी दलों के शासन वाले राज्यों में ऐसी जनगणना कराने के लिए नीतीश कुमार क्या करेंगे? विपक्ष-शासित राज्यों में जातीय जनगणना कराने के लिए मुख्यमंत्री को 15 अगस्त पर अवश्य कोई संकल्प घोषित करना चाहिए.
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