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UP News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में यूट्यूबर पत्रकार की शनिवार को हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने यूट्यूबर के एक दोस्त सहित दो लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि एक कार लखनऊ (Lucknow) में सीज हुई थी, जिसके 70 हजार रुपये को लेकर यूट्यूबर और उसके दोस्त के बीच झगड़ा चल रहा था. इसी रंजिश के चलते यूट्यूबर की उसके दोस्त ने अपने के साथी के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना मुरादाबाद के कोतवाली ठाकुरद्वारा इलाके की है.
ठाकुरद्वारा के रहने वाले यूट्यूबर पत्रकार जितेंद्र सिंह की हत्या के 24 घंटे बाद ही पुलिस ने इसका खुलासा किया. जितेंद्र 25 अगस्त की शाम मोटरसाइकिल से थोड़ी देर में ही वापस लौटकर आने की बात कह कर अपने घर से निकला था, जब देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने कोतवाली ठाकुरद्वारा में पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. 26 तारीख को पुलिस को ठाकुरद्वारा कोतवाली इलाके के ही दुल्लापुर के एक गन्ने के खेत में अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त करने का जब प्रयास किया तो पता चला कि एक दिन पहले से लापता जितेंद्र का हुलिया अज्ञात मिले शव से मिल रहा है.
सुरेश खुद को बताता रहा निर्दोष
पुलिस ने इस जानकारी के आधार पर जितेंद्र के परिजनों को मौके पर बुलाया. इसके बाद अज्ञात मिले शव की शिनाख्त जितेंद्र के रूप में हुई. फिर पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच शुरू कर दी. जांच टीम को परिवार ने बताया कि जितेंद्र का सुरेश नाम के व्यक्ति से काफी दिनों से पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा है. पुलिस ने जांच के लिए सुरेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले तो सुरेश खुद को निर्दोष बताता रहा, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती की तो पूछताछ में उसने सब उगल दिया.
सुरेश ने पुलिस को बताया कि जितेंद्र यूट्यूबर पत्रकार था. चार महीने पहले जितेंद्र उसकी वेगन आर कार से लखनऊ गया था, दोस्ती के नाते वह उसके साथ चला गया. उसने जितेंद्र से गाड़ी का किराया भी नहीं लिया सिर्फ यह तय हुआ था कि जितेंद्र टोल टैक्स देगा और गाड़ी में जितना भी पेट्रोल खर्च होगा वह डलवाएगा. लखनऊ में जहां-जहां जितेंद्र ने सुरेश से चलने के लिए कहा वहां सुरेश गाड़ी लेकर गया, लेकिन इसी दौरान गौतम पल्ली थाना इलाके में सुरेश, जितेंद्र के कहने पर उसे रोड पर गाड़ी ले गया जहां पर जाना माना था. इस पर गौतम पल्ली पुलिस ने उनकी गाड़ी को सीज कर दिया था, जिसके बाद वो लोग ट्रेन से वापस मुरादाबाद आ गए थे.
जितेंद्र नहीं दे रहा था पैसे
इसके बाद सुरेश जब जितेंद्र से उसकी गाड़ी छुड़वाने के लिए कहने लगा, तो जितेंद्र हर बार उसकी बात को टाल देता था. सुरेश को लखनऊ से गाड़ी छुड़वाने में लगभग 70 से 80 हजार रुपये की जरूरत थी. उसने इस खर्च के बारे में जितेंद्र को बताया भी था, लेकिन जितेंद्र उसे कोई पैसा नहीं दे रहा था. इस बात को लेकर जितेंद्र और सुरेश के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ लेकिन कोई हल नहीं निकला था. 25 अगस्त की रात को सुरेश अपने दोस्त अरविंद के साथ दुल्लापुर के पास सड़क पर बाइक लगाकर अपने दोस्त अरविंद के साथ शराब पी रहा था. वहां से उसे मोटरसाइकिल से जितेंद्र जाता हुआ नजर आया, तब उसने जितेंद्र को आवाज देकर रोक लिया.
जितेंद्र के रुकने पर उसने पहले उसे शराब पीने की दावत दी लेकिन जब जितेंद्र ने शराब पीने से इनकार किया. फिर सुरेश और अरविंद ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उससे कहने लगे कि आज वो पैसे मंगाकर देगा, वर्ना वह उसको मार देंगे, जितेंद्र ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया तो इस पर सुरेश ने वहां पड़े एक भारी भरकम लकड़ी के डंडे से जितेंद्र के सर पर ताबड़तोड़ कई बार कर दिए. इससे जितेंद्र की मौत हो गई. अरविंद और सुरेश ने जितेंद्र का शव गन्ने के खेत में डाल दिया और मोटरसाइकिल भी दूसरे खेत में छुपा दी और जितेंद्र का पर्स और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए.
मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन बरामद
पुलिस ने अरविंद और सुरेश को हिरासत में लेकर इनकी निशानदही पर जितेंद्र की मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और पर्स बरामद कर लिया है. जितेंद्र यूट्यूबर पत्रकार बनकर मशहूर होना चाहता था और वह इलाके की छोटी बड़ी समस्याओं को रिकॉर्ड कर यूट्यूब पर वायरल भी करता था. पुलिस के मुताबिक 70 हजार रुपये के लिए यूट्यूबर की उसके दोस्त ने अपने साथी के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. दोनों हत्या आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें जेल भेजा जा रहा है.
एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया कि ठाकुरद्वारा का एक मर्डर केस था, इसमें हमें 25 तारीख को एक गुमशुदगी मिली थी. मृतक के घरवालों से कि उनका बेटा अभी तक घर नहीं लौटा है, तो पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली गई और टीम गठित कर दी गई है, टीम की ओर से प्रयास किया गया और सुबह उस व्यक्ति का शव ठाकुरद्वारा क्षेत्र में ही गन्ने के खेत में पाया गया, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शिनाख्त गुमशुदा व्यक्ति जितेंद्र सिंह उसके रुप में हुई. पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया, फॉरेन्सिक टीम बुलाई गई और हमने सारे एविडेन्स कलेक्ट करना शुरू कर दिया, उसके बाद में हमने मृतक के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई और घर वालों से बातचीत की तो उन्होंने एक व्यक्ति पर शक जाहिर किया जिसका नाम सुरेश था.
एसपी ने और क्या बताया?
एसपी ने बताया कि सुरेश मृतक का दोस्त था, हमने सुरेश को अरेस्ट किया, उससे कड़ाई से पूछताछ की तो सुरेश ने अपना जुर्म कबुल किया, उसने बताया कि इस जुर्म में उसका एक और मित्र अरविंद भी साझेदार था, दोनों की अरेस्टिंग हुई और जो चीजे सामने आई पूछताछ में तो उन्होंने बताया कि जो मृतक है जितेंद्र सिंह उसके साथ इनका गाड़ी का विवाद था, ये लखनऊ गए थे कुछ दिनों पहले वहां पर इनकी गाड़ी सीज कर ली गई थी, मृतक से सुरेश कहता रहता था कि मेरी गाड़ी लाकर दो या तो पैसा दो, इस बात पर लगातार कहासुनी और झड़प होती रहती थी, परसो सुरेश और अरविंद पहले से प्लांड करके गन्ने के खेत में बैठे हुए थें और वहां पर शराब पी रहे थें, इन्होंने जितेंद्र को आते हुए देखा तो इन्होंने उसे रोका फिर इनकी आपस में पैसों को लेकर बातचीत हुई.
संदीप कुमार मीणा ने बताया कि दोनों की आपस में गर्मा गरमी हो गई, ये जितेंद्र सिंह को खींच कर खेत में ले गए, वहां पर पहले से ही एक डंडा रखा हुआ था उस डंडे से इन्होंने जितेंद्र के सिर पर वार किया, जब इन्होंने मान लिया कि उसकी मौत हो गई है तो उसकी बाइक रोड के दूसरी तरफ वाले खेत में करीब 50-60 मीटर अंदर जाकर छिपा दिया, शव को भी ये काफी अंदर तक लेकर गए और गन्ने के बीच छिपा दिया ताकि शव का पता न चल सके, उसके बाद मृतक के मोबाइल को भी इन्होंने छिपा दिया. इन्हीं की निशानदेही पर मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस ने इस घटना को 24 घंटे के अंदर वर्कआउट किया.
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