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अश्विनी वैष्णव
– फोटो : PTI

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इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि एचपी, डेल और लेनोवो समेत 32 कंपनियों ने आईटी हार्डवेयर क्षेत्र के लिए संचालित ‘उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन’ (पीएलआई) योजना के तहत आवेदन किया है। हालांकि, रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी प्रौद्योगिकी दिग्गज एपल ने पीएलआई योजना के लिए अब तक आवेदन नहीं दिया है।

वैष्णव ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि आईटी हार्डवेयर के लिए संचालित पीएलआई योजना के तहत 3.35 लाख करोड़ रुपये का वृद्धिशील उत्पादन होने की उम्मीद है। वैष्णव ने कहा, “भारत एक विश्वसनीय आपूर्ति शृंखला भागीदार और मूल्य-वर्धित भागीदार के रूप में उभर रहा है। कंपनियां विनिर्माण और डिजाइन के लिए भारत आकर खुश हैं।”

उन्होंने कहा कि आईटी हार्डवेयर योजना के लिए पीएलआई के तहत अब तक कुल 32 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने इसे आईटी हार्डवेयर कंपनियों की अच्छी प्रतिक्रिया बताते हुए कहा, ‘कंपनियों की यह प्रतिक्रिया अनुमान से कहीं अधिक है।’

आवेदन करने वाली कंपनियों में डेल, एचपी और लेनोवो जैसी वैश्विक कंपनियां शामिल हैं। सरकार ने घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता को कम करने के इरादे से आईटी हार्डवेयर क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत चुनी जाने वाली कंपनियों को सरकार से प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

यह योजना इस लिहाज से भी अहम है कि सरकार ने एक नवंबर से लैपटॉप एवं टैबलेट जैसे आईटी उपकरणों के आयात पर कई तरह की पाबंदियां लगाने की घोषणा की है। अब इन उत्पादों का सीधे आयात नहीं किया जा सकेगा और इसके लिए लाइसेंस लेना जरूरी होगा।

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Umesh Solanki

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