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पीसीएस जे का परिणाम जारी।
– फोटो : सोशल मीडिया
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उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने प्रतिष्ठित राज्य न्यायिक सेवा परीक्षा (पीसीएस-जे) का परिणाम प्रारंभिक परीक्षा के साढ़े 6 माह के अंदर घोषित कर कीर्तिमान बनाया है। साथ ही आयोग ने साक्षात्कार खत्म होने के 48 घंटे के अंदर परिणाम घोषित कर बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस परीक्षा में कुल 303 रिक्तियों के सापेक्ष 302 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। एक रिक्ति का परिणाम उच्चतम न्यायालय में रिट पिटीशन के तहत पारित अंतरिम आदेश के कारण घोषित नहीं किया गया है। सीएम योगी ने रिकॉर्ड समय में चयन प्रक्रिया पूर्ण होने पर यूपीपीएससी के साथ ही सफल हुए अभ्यर्थियों खासकर महिला अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
इंटरव्यू खत्म होने के 48 घंटे के अंदर आया रिजल्ट
आयोग द्वारा न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा-2022 की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 12 फरवरी 2023 को किया गया था। इसमें कुल 50 हजार 837 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 16 मार्च 2023 को घोषित किया गया, जिसमें कुल 3145 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सफल रहे। मुख्य परीक्षा का आयोजन 23, 24 और 25 मई 2023 को किया गया,जिसमें 3019 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। मुख्य परीक्षा का परिणाम एक अगस्त 2023 को घोषित हुआ, जिसमें 959 अभ्यर्थी सफल हुए। इन सभी 959 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार 16 अगस्त से 28 अगस्त तक चला और आयोग ने 30 अगस्त को परीक्षा का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया। यानी साक्षात्कार के 48 घंटे के अंदर रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया, जो वाकई एक कीर्तिमान है।
पीसीएस-जे में छठी रैंक लाकर हर्षिता ने बढ़ाया लखनऊ का गौरव
राजधानी की हर्षिता सिंह ने पीसीएस-जे में छठी रैंक लाकर लखनऊ के गौरव को चार चांद लगा दिए। हर्षिता ने अपने पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की है। अभी तक हर्षिता नई दिल्ली में स्थित प्रतिष्ठित लॉ फर्म में 26 लाख रुपये के पैकेज पर काम कर रही थीं। समाज के पिछड़े तबके के लिए कुछ करने की चाह में उन्होंने पीसीएस-जे ज्वायन करने का फैसला किया।
हर्षिता सिंह ने बताया कि इस सफलता में उनके स्वर्गीय पिता की प्रेरणा जो कि खुद एक नामी वैज्ञानिक थे, के साथ ही उनकी मां नीलम भाकुनी का रोल बेहद अहम है। यूपी पीसीएस-जे के साथ ही इस साल फरवरी में उन्होंने मध्य प्रदेश न्यायिक सेवा की परीक्षा भी 27वीं रैंक के साथ उत्तीर्ण की है। इन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए कोचिंग का सहारा लिए बिना सिर्फ खुद की मेहनत पर भरोसा किया। अपने जूनियर्स को हर्षिता ने नियमित रूप से कम से कम आठ घंटे पढ़ाई करने की सलाह दी है।
बेटियों ने बढ़ाया प्रदेश का मान
घोषित परिणामों के अनुसार टॉप 20 में 15 बेटियों ने जगह बनाई है। कुल 302 चयनित अभ्यर्थियों में 165 बच्चियों ने सफलता का कीर्तिमान बनाया,जो लगभग 55% है। यह सीएम योगी के उन्हीं प्रयासों का नतीजा है, जो उन्होंने मिशन शक्ति के रूप में बेटियों को सशक्त, शिक्षित और स्वावलंबी बनाने के लिए शुरू किया था। यही नहीं, उत्तर प्रदेश का हर जिला इस चयन प्रक्रिया में गौरव के साथ अपना प्रतिनिधित्व कर रहा है। उत्तर प्रदेश के 60 जिले से किसी न किसी अभ्यर्थी ने चयन प्रक्रिया में सफलता प्राप्त कर अपने जिले का,अपने परिवार का गौरव बढ़ाया है।
सफल अभ्यर्थियों की प्रतिभा सुशासन को करेगी समृद्धः सीएम योगी
रिकॉर्ड समय में परिणाम घोषित होने के साथ ही बेटियों की बड़ी संख्या में सफलता पर सीएम योगी ने खुशी जाहिर करते हुए इसे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की बुलंद तस्वीर करार दिया। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, यूपीपीएससी द्वारा आयोजित पीसीएस (जे)-2022 की परीक्षा में सफल सभी अभ्यर्थियों तथा उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई!शुचिता, पारदर्शिता के साथ रिकॉर्ड समय सीमा के अंदर पूर्ण हुई चयन प्रकिया में प्रदेश की बेटियों ने हमारा गौरव बढ़ाया है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में 55 प्रतिशत बेटियों की सफलता तथा शीर्ष 20 में 15 स्थान बेटियों द्वारा अर्जित करना ‘नए भारत’ के ‘नए उत्तर प्रदेश’ की बुलंद तस्वीर को प्रस्तुत करता है।’ अपनी दूसरी पोस्ट में सीएम ने लिखा, ‘आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि सभी सफल अभ्यर्थियों की प्रतिभा, ऊर्जा और योग्यता ‘नए उत्तर प्रदेश’ के सुशासन को और अधिक समृद्ध करेगी। आप सभी के उज्ज्वल भविष्य हेतु अनंत मंगलकामनाएं।’
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