अहेरी के जिल्हा परिषद रेस्ट हाऊस की हाल बे हाल. ना चौकीदार है ना कोई सफाई कामगार. कोई vip आकस्मिक अचानक किसी जुरत के लिए आजाए तो एक मिनिट भी रुकना पसंद नहीं करेगा. रेस्ट हाउस की जिस भी कमरे या आजू-बाजू जहां भी नजर जाएगी वहां कूड़े कचरे मकड़ी की जेल बदबू मतलब जहां देखो वहां कचरे का ढेर ना साफ सफाई ना ही पानी की कोई व्यवस्था सारे दरवाजो पर धूलं. मखडी के जाल. नल में पाणी नहीं. स्वच्छलंय की बदबू. अस्वछता का आलम है. जिल्हा परिषद के अधिकारी आधीकारी से इस रेस्टहाऊस का चौकीदार कोण है सफाई कामगार कोण है पूछने पर कहा के सरकार टेंडर न करणे की वजह से रेस्ट हाऊस की हालात टिक नहीं है. ऐसा कहा गया. जी अहेरी शहर में केंद्रीय मंत्री हो ऊस रेस्टहाऊस की हालत बद से बदतर हो यह बहुत बडा सवाल है. रेस्टहाऊस यह vip लोगोकें लिए एमजन्सी के लिए होता है. कोही बडे अधिकारी इस रेस्टहाऊस में आजाए और दुसरा कोही रेस्ट हाऊस न हो तो ऊस समय सरकार क्या नया रेस्ट हाऊस बनायेगी क्या इस प्रकर के सवाल जण सामान्य जनता कर रही है. आज कुछ पत्रकार लोगोने रेस्ट हाऊस की और जायजा लेणे पर यह प्रकार दिखाई दिया. इस रेस्ट हाऊस को जल से जल दुरुस्त कर स्वच्छ और सुंदर बनाने की गुहागर लगाई है. और चौकीदार और सफाई कामगार की नियुक्ती की जाये एसी मांग की जा रही है|
गडचिरोली से ब्यूरो चीफ ज्ञानेंद्र विश्वास