@yati_Official1 photo courtesy
भाजपा के दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में एक बहस के दौरान बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ सांप्रदायिक अप शब्दों कि श्रंखला का इस्तेमाल करके राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया जो शायद संसद में सबसे पहला नफरत से भरा भाषण है।
० चंद्रयान-3 मिशन पर बहस के दौरान गुरुवार रात की गई टिप्पणियों के लिए दानिश अली के द्वारा उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए स्पीकर ओम बिरला से संपर्क करने के बाद बिधूड़ी की टिप्पणियों को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
० एक चेतावनी समाचार एजेंसी पीटीआई ने अज्ञात अधिकारियों के हवाले से बताया कि ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को गंभीरता से लिया और भविष्य में ऐसा व्यवहार दोहराए जाने पर उन्हें “कड़ी कार्यवाही” की चेतावनी दी।
० जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में बिधूड़ी के व्यवहार पर तुरंत खेत जाते वही बताया, भाजपा ने शुक्रवार को बिधूड़ी को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।
० छोड़ सकता हूं दानिश अली ने कहा है कि अगर लोकसभा में आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए विधूड़ी के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई तो वह सदन की सदस्यता छोड़ने पर विचार कर सकते हैं।
० उन्होंने यह भी कहा है कि लोगों ने उन्हें आपत्तिजनक भाषण सुनने के लिए नहीं चुना है।
० बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है भाजपा ने मुस्लिम सांसद के खिलाफ टिप्पणी के लिए अपने सांसद रमेश बिधूड़ी को के खिलाफ अभी तक उचित कार्यवाही नहीं की।
० निलंबन की मांग कांग्रेस ने शुक्रवार को मुस्लिम सांसद के खिलाफ लोकसभा में वीडियो ने की आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की और विधूड़ी को सदन से तत्काल निलंबित करने की मांग की राहुल गांधी भी दानिश अली से मिलने उनके आवास पर गए।
० बसपा सांसद दानिश अली ने बरौनी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है कांग्रेस ,एनसीपी ,डीएमके और टीएमसी ने भी अली के साथ एक जड़ता दिखाते हुए विशेषाधिकार प्रस्ताव दायर किया है।
० निश्चित रूप से कांग्रेस एनसीपी डीएमके और टीएमसी उसे भारतीय गठबंधन का हिस्सा है जो 2024 के आम चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है लेकिन बीएसपी नहीं है।
० एक नजर किस राजनीतिक दल ने क्या कहा