- एकात्म मानववाद के विचारक रहे – विजय बघेल
भिलाई / आज दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल के निज निवास सेक्टर 5 पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी जन्म जयंती मनाया गया!
ज्ञात हो सांसद विजय बघेल ने सर्वप्रथम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के तेल चित्र पर फूल माला व पूजा अर्चना कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला!
आगे श्री बघेल ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुऐ कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 25 सितम्बर 1916 को मथुरा जिले के “नगला चन्द्रभान” ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम भगवती प्रसाद उपाध्याय था, जो नगला चंद्रभान (फरह, मथुरा) के निवासी थे। उनकी माता का नाम रामप्यारी था, जो धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। पिता रेलवे में जलेसर रोड स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर थे! वह मानववाद विचारधारा का मूल सांस्कृतिक राष्ट्रवाद रहे,जो समाजवाद और व्यक्तिवाद से अलग सोचने की आजादी देता थे।
एकात्म मानववाद एक वर्गहीन, जातिविहीन तथा संघर्ष मुक्त सामाजिक व्यवस्था जो साम्यवाद से अलग है उसके रूप में परिभाषित किया।
11 फरवरी,1968 का दिन देश के राजनीतिक इतिहास में एक बेहद दु:खद और काला दिन है। इसी दिन अचानक पंडित दीनदयाल जी की आकस्मिक मृत्यु हुई। वे मुगलसराय रेलवे स्टेशन (वर्तमान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन) के निकट चलती रेलगाड़ी में संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गयी। पंडित दीनदयाल जी के चाहने वाले और अनुयायी आज भी उस दुर्घटना से आहत हैं।
ईस अवसर पर पोसुराम निर्मलकर,दानेश्वर वर्मा,मनहरण साहू,पीताम्बर साहू, आनंद ठाकुर,तेनसिंग निर्मलकर, खेमलाल निर्मलकर, मनोज साहू, प्रताप कोसरे, टोनी सिंग,नासिर खान,केजू राम साहू,दिनेश साहू, विश्राम यादव, घनश्याम पटेल,राजेश यादव, रामसेवक चंद्राकर सहित कार्यकर्त्ता उपस्थित रहें!