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Onion Export Duty: प्याज को लेकर महाराष्ट्र में किसान और सरकार में तनातनी बढ़ती जा रही है. व्यापारी हड़ताल पर हैं, मंडी बंद है और सरकारी कोशिशें चल तो रही हैं, लेकिन हल नहीं निकाल पा रही हैं. केंद्र सरकार की ओर से प्याज पर 40 फीसदी एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने के फैसले का नुकसान इस मंडी में आने वाले किसान और व्यापारी चुका रहे हैं.   

महाराष्ट्र के नासिक में स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी कई दिनों से बंद है. यहां रोज होने वाले सौदे और नीलामी भी बंद है. इसकी वजह हैं कि प्याज व्यापारी हड़ताल पर हैं, लेकिन ऐसा क्यों है? 

खराब हो रहा किसानों का स्टोर किया प्याज
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने के फैसले से महाराष्ट्र के किसानों का स्टोर किया हुआ प्याज अब खराब होने लगा है. इसी संकट का समाधान निकालने के लिए हाल ही में एक बैठक हुई. इस बैठक में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और कृषि मंत्री के साथ केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल थे.

किसानों और व्यापारियों ने रखीं तीन बड़ी मांगें
इस बैठक में प्याज कारोबारियों और उत्पादकों की ओर से तीन बड़ी मांगे रखी गईं. व्यापारियों और किसानों की प्रमुख है कि प्याज पर लगाई गई एक्सपोर्ट ड्यूटी को शून्य किया जाए. इसी के साथ प्याज की कीमत 6000 रुपए/प्रति क्विंटल होने तक बफर स्टॉक पर रोक लगे. किसानों ने मांग की है कि NAFED और NCCF को सस्ती प्याज बेचने से रोका जाए, ये संस्थाएं सीधे मंडियों में किसानों से प्याज खरीदें.

दिल्ली में होगी अगली बैठक
प्याज कारोबारियों का आरोप है कि ना तो उनकी कोई मांग मानी गई और ना ही इसके निस्तारण का कोई आश्वासन दिया गया. प्याज किसान संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि बस दिल्ली में अगली बैठक की तारीख बता दी गई.

प्याज किसानों और कारोबारियों को मिला विपक्ष का साथ
प्याज किसानों को फिलहाल सरकार से कुछ नहीं मिला, लेकिन विपक्ष का साथ जरूर मिल रहा है. शरद पवार ने इस मामले पर कहा है कि प्याज पर एक्सपोर्ट ड्यूटी किसानों से अन्याय है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी इस मुद्दे पर सीधे केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है.

मुंबई मंडी में बिक रहा सबसे महंगा प्याज
सब्जी मंडियों में प्याज की कीमतें स्थिर हैं. अब भी मंडियों में 30 से 35 रुपये किलो में प्याज बिक रही है. प्याज का मॉडल रेट 1900 रुपए प्रति क्विंटल तक है. संभाजीनगर में सबसे कम कीमत 300 रुपये प्रति क्विंटल तक है और मुंबई की मंडी में सबसे ज्यादा 2500 रुपये प्रति क्विंटल तक प्याज की कीमत है.

नहीं निकला अब तक कोई हल
बाजार में प्याज की आमद भी दुरुस्त है और खुदरा बाजार की कीमतों से आम आदमी भी बेफिक्र है. हालांकि, प्याज किसान और कारोबारी ही फिक्रमंद हैं कि कैसे जल्द से जल्द सरकार उन्हें इस मुसीबत से बाहर निकालने का रास्ता तलाशे. प्याज किसानों का सबकुछ दांव पर लगा हुआ है और सबकी नजरें महाराष्ट्र और केंद्र सरकार की तरफ हैं. जो अबतक इस मुसीबत का हल ढूंढने में नाकाम रही हैं.

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Umesh Solanki

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