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Car Care Tips: आज के मॉडर्न समय में ज्यादातर लोगों के पास गाड़ी होना एक जरुरत सी बन गयी है, लेकिन हम में से ज्यादातर लोग मेकेनिकल और टेक्निकल तौर पर उतने जानकार नहीं बन सकते, जितना की एक मेकेनिक. इसलिए हमारा उनके ऊपर निर्भर होना स्वाभाविक है. चाहे वो खुद अपना काम कर रहे हों या किसी सर्विस सेंटर पर.  जानकारी के आभाव के चलते कभी कभी हमें चूना लगा दिया जाता है. आगे हम आपको ऐसी कुछ चीजों की जानकारी और सलाह देने जा रहे हैं, ताकि अगर आपके साथ भी कभी ऐसा हो, तो जेब ढीली होने से बच जाये. 

इंजन डी-कार्बनाइज 

कई बार मैकेनिक या सर्विस सेंटर की तरफ से ग्राहक को अपनी गाड़ी से बेहतर परफॉर्मेंस लेने के लिए हर 15,000-20,000 किलोमीटर पर इंजन को डी-कार्बनाइज की सलाह दी जाती है. जबकि मौजूदा गाड़ियों के इंजन काफी एडवांस हैं, जिसके चलते इन्हें लगभग 50,000 किलोमेटेर तक डी कार्बनाइज करवाने की कोई जरुरत नहीं पड़ती. जबकि ऐसा करवाने पर आपको करीब 1,800 रुपए तक का चुना लग जाता है. इसके अलावा इंजन ड्रेसिंग की भी सलाह दी जाती है, जिसमें इंजन को ऊपर से एक स्प्रे के द्वारा साफ़ कर दिया जाता है और ग्राहक से 800 रुपए तक चार्ज कर लिया जाता है. 

पार्ट्स पर दें ध्यान 

जब भी आप अपनी गाड़ी की सर्विस करवाने जाएं तो इसमें बदलने जाने वाले पार्ट्स पर ध्यान दें, साथ ही जब पेमेंट करें तब बिल में बदले गए पार्ट्स को दिखाने के लिए कहें. क्योंकि गाड़ी में यूज होने वाले पार्ट्स के ख़राब होने की एक समय सीमा होती है, जिसके चलते इन्हें हर बार सर्वे के समय बदलवाने की जरुरत नहीं पड़ती. लेकिन मेकेनिक या सर्विस सेंटर की तरफ से कई बार इनमें हेरफेर कर दिया जाता है और आपसे कीमत वसूल ली जाती है. ये पार्ट्स एयर फ़िल्टर, आयल फ़िल्टर, ब्रेक पैड्स हो सकते हैं. 

फ्यूल इंजेक्टर क्लीनिंग 

नई गाड़ियों में अब हर बार सर्विस के समय इन्हें साफ करने की जरुरत नहीं पड़ती. जरुरत होने पर इंजन इंडिकेट करने लगता है. साथ ही OBD चेकअप के जरिये चेक कर मैकेनिक भी इसके लिए बता सकता है. लेकिन कई बार जरुरत न होने पर भी इसकी सलाह दी जाती है, ताकि आपकी जेब ढीली करवाई जा सके. 

ड्राई क्लीनिंग 

जरुरत होने पर इसे करवाना ठीक है, लेकिन कई बार कंडीशन ठीक होने के बाद भी इसके लिए ग्राहकों को करवाने की सलाह दी जाती है. ताकि उनसे एक्स्ट्रा पेमेंट वसूला जा सके. जोकि लगभग 1,500 तक का होता है. हालांकि अगर आप अपनी कार की केयर करते हैं, तब आपको इसकी कम ही जरुरत पड़ेगी. 

लेबर चार्ज 

कार का काम पूरा होते ही आपके हाथ में बिल थमा दिया जाता है, जिसमें कई तरह के चार्ज दिए गए होते हैं. इसमें आपको ध्यान देने की जरुरत है. खासकर उस काम के लिए जो आपने करवाए ही न हों और इसे बिल में जोड़ दिया गया हो, ऐसे चार्जेज आपको देने की कोई जरुरत नहीं होती. 

बचने के लिए करें ये काम 

फालतू के चार्ज से बचने के लिए सबसे आसान तरीका ये है, कि आप अपनी कार की सर्विस या किसी भी तरह का काम करवाते समय सामने ही रहें. ताकि आप उस पर प्रॉपर नजर रख पाएं और बिल में फालतू का चार्ज देने से बच जाएं. 

यह भी पढ़ें- Used Car Buying Tips: सेकंड हैंड कार खरीदते समय नहीं लगेगा चूना, बस इन बातों का रखना ध्यान!

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Umesh Solanki

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