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International Mutual Funds: यदि आप पहले से ही घरेलू म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, तो अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड आपके पोर्टफोलियो के लिए एक कदम हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड में निवेश करना घरेलू फंड की यूनिट खरीदने से अलग नहीं है. आप रुपये में निवेश करते हैं और बदले में अंतरराष्ट्रीय फंड की यूनिट प्राप्त करते हैं. इस प्रकार एकत्रित धनराशि को विदेशी मुद्रा पर लिस्टेड शेयरों में निवेश किया जाता है, जिससे आपको विदेशी अर्थव्यवस्थाओं के विकास में भाग लेने में मदद मिलती है. ये निवेश दो तरीकों से किया जा सकता है. विदेशी शेयरों की सीधी खरीद या विदेशी शेयरों वाले मौजूदा वैश्विक फंडों में निवेश. घरेलू फंडों के समान, अंतर्राष्ट्रीय म्यूचुअल फंड भी भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा विनियमित होते हैं.

अंतरराष्ट्रीय म्यूचुअल फंड के बारे में जरूरी बातें

अंतर्राष्ट्रीय म्यूचुअल फंड घरेलू फंड के समान बेस कैपिटल पर कार्य करते हैं और इसीलिए उनके वेरिएंट वही होते हैं जो हम घरेलू बाजार में देखते हैं. मोटे तौर पर तीन प्रमुख प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय म्यूचुअल फंड हैं, जिनमें आप निवेश कर सकते हैं. पहला होता है कि उस खास देश का फंड, जो उसके मार्केट पर काम करता है, दूसरा होता है किसी खास सेक्टर से जुड़ा इंटरनेशनल फंड. यह किसी देश के आईटी या किस दूसरे पार्टिकुलर सेक्टर पर आधारित होता है. फिर आता है ग्लोबल फंड. इसमें इंटरनेशनल लेवल पर अलग-अलग कंपनियों के फंड में निवेश किया जाता है. 

म्यूचुअल फंड को लेकर हमेशा कहा जाता है कि जब बाजार में गिरावट हो तब उसमें पैसे लगा देना चाहिए. उससे फायदा यह होता है कि जब मार्केट ऊपर जाता है तब उसका लाभ मिलता है. बाजार में हमेशा उछाल और गिरावट देखी जाती रहती है. 

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Umesh Solanki

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