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Benjamin Netanyahu Apology: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार (29 अक्टूबर) को अपने एक पहले के बयान के लिए माफी मांगी. उन्होंने एक बयान में हमास के 7 अक्टूबर के हमले को रोकने में विफल रही सिक्योरिटी सर्विसेज को दोषी ठहराया था. सुरक्षा सेवाओं को दोषी ठहराने पर नेतन्याहू को अपने सहयोगियों और विपक्ष से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा था.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना मूल बयान हटाने के तुरंत बाद नेतन्याहू ने एक पोस्ट में कहा, ”मैं गलत था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मैंने जो बातें कहीं वो नहीं कही जानी चाहिए थीं और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.”

नेतन्याहू ने आगे कहा कि वह फ्रंटलाइन पर अपने घर (इजरायल) के लिए लड़ रहे आईडीएफ के सभी प्रमुखों, कमांडरों और सैनिकों को पूरा समर्थन देते हैं और उनके लिए स्ट्रेंथ (ताकत) भेज रहे हैं. 

क्या कहा था बेंजामिन नेतन्याहू ने?

शनिवार देर रात एक पोस्ट में इजरायली पीएम ने कहा कि हमास के जंग के इरादों के बारे में उन्हें किसी भी स्तर पर कोई चेतावनी नहीं मिली. उन्होंने जोर देकर कहा था कि सैन्य खुफिया प्रमुख और शिन बेट के प्रमुख समेत सभी सुरक्षा सेवाओं की राय थी कि हमास हतोत्साहित था और और समझौता करना चाहता था. उनके बयान की तीखी आलोचना हुई, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया से हटा लिया गया.

शनिवार (28 अक्टूबर) की शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतन्याहू से बार-बार पूछा गया कि क्या वह विफलता की जिम्मेदारी लेते हैं, जिस पर इजरायली पीएम ने यह कहते हुए सवाल टाल दिया कि युद्ध के बाद मामले की गहन जांच होगी और सभी को जवाब देना होगा, जिनमें वह भी शामिल हैं.

सब कुछ जनता के सामने रखेंगे- IDF प्रवक्ता 

उधर, इजरायली सेना के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, ”आईडीएफ में हम और शिन बेट सच्चाई की गहन जांच करेंगे और सब कुछ जनता के सामने रखेंगे.” उन्होंने जोर देकर कहा, “…अभी हम युद्ध पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.”

ये हिसाब-किताब के लिए सही समय नहीं- राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री

नेतन्याहू के सहयोगी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर ने उनके सोशल मीडिया पोस्ट की आलोचना करते हुए कहा था कि यह हिसाब-किताब के लिए सही समय नहीं है. विपक्षी नेता यायर लैपिड ने कहा कि ने नेतन्याहू ने रेल लाइन क्रॉस कर दी है, उन्हें अपने शब्दों के लिए जरूर माफी मांगनी चाहिए. नेशनल यूनिटी चेयरमैन और पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा कि पीएम नेतन्याहू को अपनी टिप्पणी वापस लेनी चाहिए.

अब तक करीब साढ़े नौ हजार लोगों की मौत

इस बीच आईडीएफ ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले तेज कर दिए है. व्यापक जमीनी अभियान से पहले छापे मारे जा रहे हैं. आईडीएफ के मुताबिक, उसने पिछले दिनों आतंकी संगठन से जुड़े करीब 450 ठिकानों पर हमला किया. हमास की ओर से संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के दावे के मुताबिक, जंग में इजरायल के हमलों के चलत अब तक आठ हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. वहीं, हमास के हमलों में इजरायल में 1400 से ज्यादा लोगों की जानें गई हैं. हमास ने अब भी इजरायल के 200 से ज्यादा लोगों को बंधन बना रखा है.

यह भी पढ़ें- इजरायल-हमास युद्ध ने कैसे चीन की उम्मीदों पर फेरा पानी? मिडिल ईस्ट में ड्रैगन को लगा झटका

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Umesh Solanki

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