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टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा इन दिनों सुर्खियों में है। इस बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) भी महुआ मोइत्रा के पक्ष में आ गई है। सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने केश फॉर क्वेरी आरोपों को लेने की तत्कालिता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा क्वेरी फॉर कैश नहीं है बल्कि, अदाणी ग्रुप पर उठाए गए सवाल हैं।

सीपीएम नेता येचुरी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला किया। महुआ मोइत्रा मामले में उन्होंने कहा कि मुझे इसकी अधिक जानकारी नहीं है। मेरे पास कोई सबूत भी नहीं है। समिति इसकी जांच कर रही है। उनका कहना है कि आचार समिति मामले की जांच कर रही है और वे जांच पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। आचार समिति को लेकर उन्होंने कहा कि जब मैं संसद में था तो कभी भी आचार समिति की बैठक इतने जल्दी नहीं हुई और मैं भी कम से कम 10 साल आचार समिति का सदस्य रहा हूं। 

येचुरी ने आगे कहा कि आचार समिति के सामने कई मामले हैं। उन्होंने इसे क्यों नहीं उठाया सिर्फ इसलिए कि सवाल अदाणी का है। कैश फॉर क्वेश्चन मामले में 10 लोगों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर संसदीय पोर्टल लॉगिन आईडी-पासवर्ड को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए, लेकिन सासंदों के आधिकारिक पीए के पास तो लॉगिन-पासवर्ड होता है। हालांकि, इसे दूसरों को नहीं देना चाहिए।



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Umesh Solanki

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