Spread the love

[ad_1]

Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आज दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय में पेश हुए. ईडी ने वैभव विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा) संबंधी मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. वैभव गहलोत ने कहा कि फेमा का उल्लघंन का सवाल ही नहीं उठता, मुझे जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. मैंने कुछ गलत नहीं किया. चुनाव के समय ऐसी कार्रवाई सवाल उठाती है.  

वैभव गहलोत ने एक घंटे के लंच ब्रेक के लिए ईडी के कार्यालय से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मेरा और मेरे परिवार का फेमा या विदेशी लेनदेन से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने मुझे समन के तहत पेश होने के लिए कम समय दिया. मैंने 15 दिन का समय मांगा था. उन्हें मुझे और समय देना चाहिए था.”

16 नवंबर को फिर होगी पेशी
वहीं ईडी की पूछताछ के बाद वैभव गहलोत ने कहा, “हमें कल नहीं बुलाया है अगली डेट 16 तारीख को बुलाया गया है. जिस समय यह कार्रवाई की जा रही है यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित था.  16 नवंबर को मुझे दुबारा बुलाया गया है, मैंने रिक्वेस्ट किया की 25 को इलेक्शन है उसके बाद बुला लीजिए लेकिन उन्होंने 16 को ही बुलाया है. आज साढ़े 7 घंटे पूछताछ हुई है, मैंने सभी सवालों का जवाब दिया है.”

ईडी झूठे आरोप लगा रही
वैभव राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्य भी हैं. उन्होंने समन जारी किए जाने के बाद कहा था कि एजेंसी उनके खिलाफ “10-12 साल पुराने मामले में झूठे आरोप लगा रही है और वह भी चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद.” इस समन का संबंध राजस्थान स्थित आतिथ्य क्षेत्र से जुड़े समूह ‘ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड’ और इसके निदेशकों एवं प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के हाल में मारे गए छापों से है.

ये भी पढ़ें

Watch: भरतपुर में देर रात चौराहे पर बीजेपी प्रत्याशी ने जमकर लगाए ठुमके, चुनाव प्रचार के लिए निकले थे नेताजी

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *