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पोप फ्रांसिस
– फोटो : social media
विस्तार
गाजा में भीषण युद्ध के बीच पोप फ्रांसिस ने इस्राइल और फलस्तीन के बीच दो-राष्ट्र समाधान की वकालत की है। पोप फ्रांसिस ने बुधवार को कहा कि वर्तमान युद्ध को समाप्त करने के लिए इस्राइल और फलस्तीन के लिए दो-राष्ट्र समाधान की जरूरत है। साथ ही उन्होंने यरूशलम के लिए विशेष दर्जे की मांग की। उनका कहना है कि युद्ध में हमेशा हार होती है।
इटली के न्यूज चैनल आरएआई के साथ साक्षात्कार में पोप फ्रांसिस ने कहा कि इस्राइल और फलस्तीन दो लोगों की तरह हैं, जिन्हें एक साथ रहना है। इसके लिए बुद्धिमान समाधान है- दो देश (इस्राइल और फलस्तीन)। उन्होंने कहा, ओस्लो समझौता अच्छी तरह से परिभाषित दो देश और एक विशेष दर्जे वाले यरूशलम की वकालत करता है। पोप फ्रांसिस ने उम्मीद जताई कि सात अक्तूबर को इस्राइल पर फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध के क्षेत्र में विस्तार होने टाला जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह यहूदी विरोधी भावना में वृद्धि को लेकर चिंतित हैं।
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