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शेयर बाजार में गिरावट
– फोटो : amarujala.com
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घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। बुधवार को सेंसेक्स 283.60 (0.44%) अंकों की गिरावट के साथ 63,591.33 के स्तर पर जबकि निफ्टी 90.45 (0.47%) अंक फिसलकर 18,989.15 के लेवल पर बंद हुआ। बाजार पर दबाव आईटी, मेटल, ऑटो और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों से बना। वहीं दूसरी ओर मीडिया, फार्मा, सरकारी बैंकिंग और रियल्टी सेक्टर के शेयरों में खरीदारी दिखी। इससे पहले मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 237 अंक कमजोर होकर नीचे 63,874 के स्तर पर बंद हुआ था।
विदेशी शेयर बाजारों में सीधे लिस्ट हो सकेंगी भारतीय कंपनियां
भारतीय कंपनियां कुछ शर्तों के साथ विदेशी शेयर बाजारों में सीधे सूचीबद्ध हो सकेंगी। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कंपनी कानून के तहत संबंधित धाराओं को अधिसूचित कर दिया है। नियमों को अधिसूचित किया जाना बाकी है। वर्तमान में स्थानीय कंपनियां विदेशों में अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट (एडीआर) और ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट (जीडीआर) के जरिये सूचीबद्ध होती रही हैं। सेबी ने हांगकांग के साथ-साथ जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड के अन्य प्रमुख एक्सचेंजों सहित कई देशों में मजबूत मनी-लॉन्ड्रिंग नियमों के साथ स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्धता की अनुमति देने का प्रस्ताव दिया था।
मंत्रालय की ओर से 30 अक्टूबर को जारी अधिसूचना के अनुसार, ‘‘ कंपनी (संशोधन) अधिनियम 2020 (2020 का 29) की धारा एक की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार उसके द्वारा अक्टूबर 2023 के 30वें दिन को उस तारीख के रूप में निर्धारित करती है जिस दिन से उक्त अधिनियम की धारा पांच के प्रावधान लागू होंगे।’’ भारतीय कंपनियों को विदेशी शेयर बाजारों में प्रत्यक्ष रूप से सूचीबद्ध कराने के नियमों को अभी अधिसूचित किया जाना बाकी है।
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