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Justin Trudeau
– फोटो : Social Media
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कनाडा में स्थाई निवासी बनने का सपना देखने वाले लोगों को कनाडाई सरकार ने झटका दिया है। कनाडाई सरकार ने फैसला लिया है कि वह 2026 से स्थायी आप्रवासियों की संख्या में वृद्धि नहीं करेगी। दरअसल, कनाडा के मूल निवासियों ने आप्रवासन के खिलाफ नाराजगी जताई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा सरकार का लक्ष्य है कि 2024 में 4,85,000 स्थायी निवासियों और 2025 में 5,00,000 स्थायी निवासियों को स्थिर किया जाएगा। हालांकि, अतंरराष्ट्रीय छात्रों और अस्थाई श्रमिकों के लिए अन्य श्रेणियों में बदलाव किए जा सकते हैं।
इन परेशानियों के कारण लिया फैसला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आप्रवासन बढ़ने के कारण कनाडा में घरों की परेशानी शुरू हो गई है। देश में आप्रवासन बढ़ने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी और महंगाई की भी परेशानी हो रही है। इस कारण कनाडाई निवासियों ने नाराजगी जाहिर की है। सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्थाई निवासियों में वृद्धि न करने का फैसला आवास, स्वास्थ्य सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं में दबाव बढ़ने के कारण लिया गया है।
जनसंख्या वृद्धि में ध्यान देने की आवश्यकता है
कनाडा के आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि नए लोगों की संख्या को स्थिर करके हम परेशानियों का समाधान कर सकते हैं। हम मानते हैं कि आवास, बुनियादी ढांचे की योजना और जनसंख्या वृद्धि पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कनाडा की अप्रावासियों की सूची में सबसे अधिक लोग भारतीय है। एक आंकड़े के अनुसार, कनाडा में कुल 4,37,539 लोगों को स्थायी नागरिकता दी गई है, जिसमें सबसे अधिक भारतीय है। कनाडा में कुल 1,18.224 यानी 27 प्रतिशत भारतीय हैं। हालांकि, विज्ञप्ति में कहा गया है कि नवागंतुक नवाचारों को बढ़ावा देते हैं। इससे अर्थव्यवस्था और व्यवसायों को मजबूती मिलती है।
सर्वे में सामने आई नाराजगी
एनवायरोनिक्स इंस्टीट्यूट फॉर सर्वे रिसर्च द्वारा सोमवार को जारी एक सर्वे में सामने आया कि कनाडाई लोग बढ़ती जनसंख्या को लेकर सवाल कर रहे हैं। सर्वे में सामने आया कि 10 में से 4 लोग यानी 21 से 23 प्रतिशत लोगों का कहना है कि कनाडा में बहुत अधिक आप्रवासन है।
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