Spread the love

[ad_1]

विदेश मंत्री एस. जयशंकर
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


ब्रिक्स की बैठक में भारत ने दो टूक शब्दों में कहा, आतंकवाद पर किसी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए। साथ ही फलस्तीनियों की समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाना चाहिए। इस्राइल और हमास युद्ध पर चर्चा के लिए मंगलवार को ब्रिक्स की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान भारत ने स्पष्ट शब्दों में कहा, पश्चिम एशिया में शुरू हुए युद्ध का कारण एक आतंकवादी हमला था। आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाना चाहिए। साथ ही बैठक में भारत ने फलस्तीनियों की चिंताओं को दूर करने का आह्वान करते हुए दो राज्य के समाधान पर बल दिया। 

जयशंकर बोले, मानवीय सहायता के लिए भारत प्रतिबद्ध 

डिजिटल रूप से आयोजित बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, गाजा के रह रहे लोगों के संकट को देखते हुए भारत ने अबतक 70 टन की मानवीय सहायता भेजी है और इस तरह की सहायता जारी रहेगी। इस्राइल और हमास युद्ध के कारण नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तनाव को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का स्वागत करते हैं। जयशंकर ने कहा, फिलहाल आवश्यक यह है कि मानवीय सहायता और राहत गाजा स्थित जरूरतमंदों तक पहुंचे।

सात अक्तूबर को हुए हमले का परिणाम यह युद्ध- जयशंकर

जयशंकर ने बैठक में इस बात पर भी जोर दिया कि इस्राइल और हमास के युद्ध में बंधक बनाएं सभी बंधकों को रिहा किया जाए। अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना सभी का दायित्व है। हम सब जानते हैं सात अक्तूबर को आतंकी समूह हमास द्वारा इस्राइल पर पांच हजार रॉकेट दागे गए, जिसके बाद से ही यह युद्ध शुरू हुआ। आतंकवाद के सवाल पर किसी भी समझौते के हम पक्षधर नहीं है। इस तरह से नागरिकों बंधक बनाना जायज नहीं, इसे माफ नहीं किया जा सकता है। 



<!–

–>


<!–

–>

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed