राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अब थम गया है। 25 नवंबर को राज्य में मतदान होगा। इस पूरे चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने पूरे जोर शोर के साथ प्रचार किया। भाजपा की तरफ से पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रचार किया। जबकि कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सांसद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मैदान संभाला। पूरे चुनाव में पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, लाल डायरी, परिवारवाद को लेकर कांग्रेस को घेरा, तो राहुल गांधी ने अदाणी, ओबीसी, जातीय जनगणना और कांग्रेस की राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
राजस्थान के प्रचार अभियान में पीएम मोदी ने लाल डायरी, पेपर लीक, गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार, मोदी की गारंटी सब पर भारी, महिला अपराध और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को जोर शोर से उठाया। पीएम ने चुनावी रैलियों में बार-बार दोहराया कि कांग्रेस अपने वादों की लाल डायरी चाहे कहीं भी लेकर घूमती रहे, मोदी की गारंटी सब पर भारी है। जहां कांग्रेस से उम्मीदें खत्म होती हैं, वहां मोदी की गारंटी शुरू होती है। कांग्रेस ने जो कभी सोचा ही नहीं, वो बीते दस साल में आपके सेवक ने देशवासियों के चरणों में समर्पित कर दिया है।
जबकि गृहमंत्री अमित शाह ने अपने सभी रोड शो और रैलियों में गांधी परिवार और गहलोत सरकार पर निशाना साधा। शाह ने बार-बार दोहराया कि राजस्थान के विकास पर कांग्रेस और गांधी परिवार राहु-केतु बनकर बैठे हैं। इसलिए इस बार प्रदेश में भाजपा सरकार बनानी है, ताकि राजस्थान भी विकास के पथ पर अग्रसर हो सके। आपने एक दीपावली तो मना ली है। अभी दो दीपावली और मनानी हैं। तीन दिसंबर को राजस्थान को कांग्रेस मुक्त करके और फिर 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दिन। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सभी को आना है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी, तो सभी को अयोध्या दर्शन के लिए निशुल्क व्यवस्था की जाएगी।
पीएम मोदी और शाह ने अपनी रैलियों में कई बार कहा कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने में गहलोत सरकार नंबर वन है। भाजपा सरकार ने चंद्रयान जहां पहुंचा, उस बिंदु का नाम शिव शक्ति देकर मातृशक्ति का सम्मान करने का काम किया। केंद्र सरकार ने माताओं-बहनों को नई संसद से 33 फीसदी आरक्षण देने का काम किया। लेकिन ये गहलोत सरकार क्या कर रही है? 5 साल में 5 लाख 11 हजार मुकदमे। हर दिन 19 मामले बलात्कार के आए हैं। देशभर में बलात्कार के हो रहे अपराधों में 22 फीसदी राजस्थान में दर्ज हुए हैं।
राजनाथ और नड्डा ने इन मुद्दों को उछाला
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रचार अभियान में पेपर लीक का मुद्दा प्रमुखता के साथ उठाया। राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। राजस्थान में भाजपा की सरकार आए तो मैं देखना चाहता हूं किसने मां का दूध पीया है कि जो पेपर लीक जैसी घटनाएं करे। राजस्थान में ऐसे हालात खराब हैं कि सरकार की एक महिला विधायक स्वयं को असुरक्षित मानती है, तो मैं पूछना चाहता हूं कि राजस्थान के आमजन कैसे सुरक्षित हो सकते हैं। ऐसी हुकूमत को लानत है, जो अपने मां-बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सके।
जबकि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सभाओं में गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए नजर आए। नड्डा ने कई सभाओं में कहा कि गहलोत सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन में 450 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया। गहलोत के भाई ने सब्सिडी का फर्टिलाइजर चोरी करके एक्सपोर्ट किया। गहलोत सरकार के रिश्तेदारों ने 11 हजार करोड़ रुपये का ठेका लिया। राजस्थान में भाजपा की सरकार बनती है तो हम दांतारामगढ़ विधानसभा में यमुना का पानी लाएंगे।
गहलोत ने हर मु्द्दे का दिया जवाब
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में कांग्रेस की तरफ से ज्यादा सभाएं की हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में गहलोत सरकार की गारंटी और पांच में किए विकास कार्य दोहराते नजर आए। इसके अलावा वे हर सभा में कहते दिखे कि कांग्रेस की सरकार फिर प्रदेश में काबिज हो रही है। इस बार प्रदेश में रिवाज बदलने जा रहा है। गहलोत सभा में कहते हैं कि भाजपा का देश में पांच लाख रुपये का बीमा है, वो भी कुछ लोगों के लिए है। हमारा वाला अमीर-गरीब सबके लिए है, वो भी 25 लाख रुपये का। इसे 50 लाख रुपये करने की गारंटी दे रहे हैं। भाजपा वाले केवल गाय की बात करते हैं। उन्होंने पांच साल में 500 करोड़ रुपये अनुदान दिया। मैंने पांच साल में 3 हजार करोड़ रुपये का अनुदान गौशालाओं को दिया। कोरोना के समय अच्छा काम किया। चुनावी घोषणापत्र में 7 नई गारंटी दी हैं। 25 लाख रुपय़े तक का फ्री इलाज किया जा रहा है। ये सोशल सिक्योरिटी है। ये कोई अहसान नहीं है। हम भारत सरकार से भी ये मांग करते हैं। 10 लाख युवाओं को नौकरी, जिसमें 4 लाख सरकारी नौकरी शामिल है, देने की घोषणा की है।
राहुल गांधी ने अपनी हर सभा में जातीय जनगणना और अदाणी मुद्दा उठाते हुए नजर आए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जेबकतरा अकेला नहीं आता। तीन लोग आते हैं। सबसे पहले एक बंदा सामने से आता है, आपके ध्यान को इधर-उधर करता है। उल्टी-सीधी बात बोल देगा। दूसरा पीछे से आता है, ब्लेड से जेब काट लेता है। और, तीसरा बंदा देखता है कि जिसकी जेब कटी, अगर उसने कोई आवाज की तो उस पर हमला कर दे, उसे डरा दे। भीड़ को पता लग गया तो उसे धमकाने का काम करता है। नरेंद्र मोदी का काम आपके ध्यान को इधर-उधर करने का है। वो टीवी पर आते हैं, कहते हैं- थाली बजाओ, मोबाइल की लाइट ऑन करो, हिंदू-मुस्लिम, नोटबंदी, मुझे फांसी लगा दो। ध्यान इधर-उधर करने वाला नरेंद्र मोदी, जेब काटने वाला अदाणी और बाद में लाठी मारने वाला अमित शाह।
राहुल-प्रियंका ने इन मुद्दों पर किया फोकस
राहुल ने हर रैली में दोहराया कि हिंदुस्तान को एमपी-एमएलए नहीं चलाते। कैबिनेट सेक्रेटरी और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ 90 अफसर देश को चलाते हैं। बजट का पैसा स्वास्थ्य, शिक्षा, बीमा योजना, देश की रक्षा में कितना जाएगा, ये लोग निर्णय लेते हैं। 90 में से पिछड़े वर्ग के कितने आईएएस अफसर हैं? पिछड़ों की आबादी 50 फीसदी और 90 में से एक अफसर आदिवासी, तीन अफसर दलित। अगर पिछड़ों की सरकार होती, तो कम से कम 90 में से 45 मतलब 50 फीसदी ओबीसी वर्ग के होते। राजस्थान में हमारी सरकार आएगी तो पहला काम राजस्थान में जाति जनगणना कराना होगा। और, दिल्ली में जैसे ही हमारी सरकार आएगी, कांग्रेस पार्टी पूरे देश में जाति जनगणना करवा देगी। जितनी भागीदारी पिछड़ों, गरीबों, दलितों और आदिवासियों की होनी चाहिए। जाति जनगणना के बाद हम उस पर एक्शन ले पाएंगे। जाति जनगणना के बाद हिंदुस्तान बदल जाएगा। जिस दिन हमने गरीबों को, पिछड़ों को, आदिवासियों को, दलितों को इस देश को चलाने में भागीदारी दे दी, उस दिन इस देश में चमत्कार हो जाएगा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की हर सभा में पीएम मोदी निशाने पर रहे हैं। प्रियंका ने पीएम मोदी से सवाल किए कि वे हिंसा प्रभावित मणिपुर क्यों नहीं जा रहे हैं। सभाओं में किसान आंदोलन की याद दिलाते हुए प्रियंका गांधी कहा कि काले कृषि कानूनों को लेकर किसान धरने पर बैठे थे। भाजपा मंत्री के बेटे ने किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे रौंद दिया था। मगर मंत्री को पद से नहीं हटाया गया। किसान अपनी मांगों के लिए महीनों तक धरने पर बैठे रहे, पर मोदी सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। जैसे ही उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आए, ये कानून वापस ले लिए गए। महिला पहलवान सड़क पर बैठी रहीं, मोदी जी नहीं गए। लेकिन वही पहलवान जब मेडल जीतकर आईं, मोदी जी ने उनको घर बुलाया था। महिला पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में महिलाओं पर बहुत अत्याचार हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की हाथरस और उन्नाव वारदात का जिक्र करते हुए भाजपा पर निशाना साधा।