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उत्तरकाशी सुंरग में ड्रिलिंग
– फोटो : अमर उजाला
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सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इन श्रमिकों में उत्तराखंड राज्य के भी दो श्रमिक शामिल हैं। पौड़ी और पिथौरागढ़ राज्यों के ये मजदूर दिवाली का त्योहार भले न मना सके हों, लेकिन ईगास पर्व जरूर मनाएंगे।
दरअसल, उत्तराखंड राज्य में दिवाली के ठीक 11 दिन बाद ईगास पर्व या बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। पिछले दस दिनों से सुरंग में कैद मजदूरों के लिए शुभ समाचार 11वें दिन बुधवार शाम को आया। मजदूरों को निकालने के लिए ऑगर मशीन से डाला जा रहा पाइप उनके बेहद करीब पहुंच गया है जिससे सभी को बाहर निकाला जाएगा। बताया जा रहा है कि आज सभी मजदूर बाहर आएंगे और 11 दिन बाद सूरज देखेंगे। वहीं 11 दिन बाद ईगास का पर्व होने से यह खुशी भी दोगुनी हो गई है।
सुरंग में फंसे कोटद्वार निवासी फोरमैन गबर सिंह नेगी के भाई प्रेम सिंह नेगी, तीरथ सिंह नेगी ने भी इस शुभ सूचना पर खुशी जताई। वहीं सुरंग में फंसे एक अन्य पिथौरागढ़ निवासी शॉटक्रिट मशीन के असिस्टेंट ऑपरेटर पुष्कर सिंह ऐरी के ममेरे भाई अमन बिष्ट ने भी इसे ईगास पर बड़ी खुशखबरी बताया। सभी मजदूरों के आज बाहर आने की उम्मीद है।
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