सर सैयद अहमद ख़ान के नक़्शे कदम पे चलकर आज भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मैनेजनेंट कमिटी कर रहा है पसमंदा मुसलमानों के साथ धोख़ाधड़ी और नही दे रहे हैं गरीब मुसलमान बच्चो को दाखिला, आप सभी को बता दु की जब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की तामीर हुई तो सर सैयद अहमद ख़ान ने साफ साफ कहाँ था की अब जुलाहे, कुजरे और कबाड़ी के बच्चे भी हमारे बच्चो के साथ बैठ कर पढ़ेंगे, वही इतिहास आज भी लिखने की कोशिश हो रही है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में, आज फिर अलिगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने बिहार के दरभंगा जिला के रहने वाले छात्र “सैफ अंसारी ” का नामांकन बिना कोई कारण बताए कैंसिल कर दिया है।
छात्र सैफ अंसारी ने Engineering के लिए प्रवेश परीक्षा दिया, पहली सूची में नाम वेटिंग में था दूसरी सूची में सैफ अंसारी का नाम चयनित सूची में आया।
एडमिशन की तमाम प्रक्रिया पूरी हो गई, छात्र सैफ अंसारी द्वारा एडमिशन की राशि भी जमा कर दी गई, यूनिवर्सिटी की तरफ से एनरोलमेंट नंबर भी दे दिया गया…
इसके बाद से अचानक छात्र को फोन आता है कि आपका नामांकन कैंसिल कर दिया गया है।
जब यूनिवर्सिटी जा कर छात्र द्वारा कारण पूछा जाता है तो कोई भी जवाब नहीं दिया गया।
छात्र का आरोप है कि उसकी सीट को किसी पैसे वाले को बेच दिया गया अत: सरकार से अनुरोध है की इस केस का संज्ञान लिया जाए,
रिपोर्ट
इरफान जामियावाला