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Daily Khabar :

गडचिरोली : के मुलचेरा पंचायत समिति अंतर्गत शांतिग्राम ग्राम पंचायत कार्यालय में सरपंच सचिव सदस्य के द्वारा खुलेआम पीएम आवास योजनाओं के नियमों के धज्जियां कैसे उड़ाई जाती है ,इसका एक मिसाल देखना हो तो शांतिग्राम देश का पहला फ्राड ग्राम पंचायत कहना गलत नहीं होगा,ग्राम पंचायत से मिली केंद्र सरकार की नियमों के लिस्ट और किस कारण ड लिस्ट से नाम ना मंजूर हुई नियम कारण देखिए घर में फ्रिज ,पक्के मकान, दो चाकी ,चार चाकी ,गाड़ी का होना,और भी काई कारण,,जिससे ड लिस्ट से नाम नामंजूर हुई,जबकिनमंजूर के पास ना कुछ के पास ना पक्के मकान है। ना फ्रिज हैं ना गाड़ी फिर भी अपात्र बना दिया गया ! जबकि जिसके पास शांतिग्राम के कारनामे देखिए, पक्के मकान में रहते हुए,पीएम आवास का लाभ ,पहले पति के नाम आवास का लाभ ,दुबारा पत्नी के नाम आवास का लाभ, सरपंच के मां के नाम कच्चा मकान मा को पीएम आवास का लाभ ठीक हैं,मां का पक्के पीएम आवास बनते ही उसी मां के कच्चे मकान दिखाकर बेटे को पीएम आवास का लाभ,सदस्य आदित्य गरामीं के उसके बेटो के पास पक्के मकान बेटे की पत्नी सरकारी नर्स पद पर कार्यरत फिर भी पीएम आवास का लाभ सभी बेटों को, एक साल पहले मा को पीएम आवास बस फिर क्या मा के देहांत हुई दुबारा मा के पकेके आवास में रहने वाला बेटों के नाम पीएम आवास बहु के नाम भी पीएम आवास ग्राम पंचायत पीओनके नाम,गांव से बाहर पक्के मकान के होते हुए पीएम आवास लाभ आखिर ग्राम पंचायत शांतिग्राम हैं,या कोई भी ठग बाजी का अड्डा ,ठग काम हो चाहे सरकार राज्य सरकार को दिशाभूल करना ,लेना हो देना हो,बेझिझक हो सकता है ,बस शांतिग्राम ग्राम पचायत में करा लो काम हो जायेगा,कब कैसे किस ठग बाजी से सरकारी लाभ लेना हैं ,बस ग्राम पंचायत शांतिग्राम से सीखे,अधिकारियों के नाक के नीचे देश के अर्थ व्ययस्था को ठगने और देश को बर्बाद करने में कोई कमी नहीं करती शांतिग्राम ग्राम पंचायत !

ग्यानेंद्र बिस्वास, प्रतिनिधी गडचिरोली

संजय रामटेके ( सह संपादक )

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