
भिलाई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रदीप चौधरी ने सेल-भिलाई स्टील प्लांट मैनेजमेंट से मांग की है कि वो मानवता का परिचय देते हुए अपने हाल के फैसलों पर पुनर्विचार करे। डॉ. प्रदीप चौधरी ने जारी बयान में कहा है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ-सबका विकास’की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए बीएसपी मैनेजमेंट को एक सार्वजनिक उपक्रम के अनुरूप व्यवहार बनाए रखना चाहिए। बीएसपी मैनेजमेंट को हाल ही में बंद की गई रिटेंशन स्कीम और थर्ड पार्टी आवासधारियों के बढ़ाए गए किराए पर पुनर्विचार करना चाहिए, जिससे टाउनशिप में रह कर भिलाई की संस्कृति को पुष्पित-पल्लवित कर रहे भिलाईवासियों के हितों पर कुठाराघात न हो। डॉ. चौधरी ने कहा है कि जीवन भर भिलाई स्टील प्लांट को अपना खून-पसीना देने वाले श्रमवीर को सेवानिवृत्ति के बाद कंपनी के आवास में निश्चित अवधि तक रहने की छूट मिलनी चाहिए। इसे एक झटके में बंद कर या सीमित कर बीएसपी मैनेजमेंट अमानवीयता का परिचय दे रहा है। इसी तरह रिटेंशन अवधि से अधिक समय तक क्वार्टर रखने वाले रिटायर कर्मियों पर भी पीपी अधिनियम 1971 के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई करने जैसी अनुशंसा हमारे श्रमवीरों का अपमान है। मैनेजमेंट को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह एक सार्वजनिक उपक्रम है। इसलिए उसे मानवता का परिचय देते हुए अपने तमाम फैसलों पर पुनर्विचार करना चाहिए और वर्षों तक भिलाई इस्पात सयंत्र में सेवा देने वाले कर्मचारियों के साथ अन्याय एवम् सौतेलापन जैसी स्थिति निर्मित ना हो और अपनापन कायम रह सकें ।