
भिलाई,
भिलाई महिला महाविद्यालय, हॉस्पिटल सेक्टर, भिलाई में 47वें वार्षिकोत्सव का आयोजन महाविद्यालयीन परिसर में बड़े हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय तिवारी कुलपति, हेमचंद यादव विश्विद्यालय दुर्ग,विशिष्ट अतिथि सुरेंद्र गुप्ता ,के.के.पटेल प्राचार्य श्रीमती प्रतिभा छाया क्लॉडियस, उपप्राचार्य डॉ. आशा रानी दास, एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों संग मां सरस्वती के पूजन – वंदन एवं दीप प्रज्वलन से हुई।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से प्रोफेसर संजय तिवारी उपस्थित रहे। साथ ही विशिष्ट अतिथि श्री सुरेंद्र गुप्ता(सचिव) भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट, श्री के. के. पटेल ( ट्रस्टी)भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट , पीटीए अध्यक्ष श्री विशाल चतुर्वेदी एवं अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ छत्तीसगढ़ राज्य गीत एवं हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलगीत गायन से हुआ।
तत्पश्चात् अतिथियों का स्वागत पौधों के साथ किया गया। संस्थान की मुखिया प्राचार्य श्रीमती प्रतिभा छाया क्लॉडियस ने अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय के वार्षिक प्रतिवेदन को प्रस्तुत किया । उन्होंने भिलाई महिला महाविद्यालय के इतिहास ,अद्धोसंरचनागत विकास, शैक्षणिक प्रगति , समर्पित शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं कर्मचारी ,उपलब्ध कोर्सेस , अनुसंधान केंद्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। साथ ही मेधावी और प्रतिभागी छात्राओं की सराहना की।
श्री सुरेंद्र गुप्ता ने अपने उद्बोधन में रोजगार, क्षमता और जीवन कौशल बढ़ाने के लिए नए सर्टिफिकेट कोर्स के साथ-साथ “लर्न एवं अर्न” कार्यक्रमों की शुरुआत पर जोर दिया ।श्री के. के. पटेल ने छात्राओं को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने एवं संस्थान का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय तिवारी ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में भिलाई महिला महाविद्यालय के योगदान की सराहना की। साथ ही दुर्ग क्षेत्र में उच्च शिक्षा में महिला की उत्कृष्ट भागीदारी दर को उल्ललेखित किया । भारत की प्रसिद्ध महिलाओं में खासकर पद्मश्री सुधा मूर्ति की उपलब्धियों के उदाहरण देकर छात्राओं को प्रेरित किया।
इस अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के सात गोल्ड मेडलिस्ट कृतिका देवांगन, अनुराधा मानिकपुरी, फिरदौस आलिया, नुसरत जहां ,दीक्षा देवांगन, कुंती वर्मा और अनुष्का यादव को सम्मानित किया गया। साथ ही 25 अन्य विश्वविद्यालयीन मेधावी छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया। स्पोर्ट्स चैंपियन अनुग्रह चौधरी, सर्वश्रेष्ठ एनएसएस स्वयंसेवक विधि, संस्कृतिक चैंपियन तानिया मिश्रा को भी पुरस्कृत किया गया।
महाविद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकों ने मेधावी छात्राओं के लिए पुरस्कार प्रायोजित कियें थे। जिसमें डॉ. भावना पांडे, डॉ.प्रतीक्षा पांडे, डॉ. एम. माधुरी देवी ,डॉ. बरना पाल मजूमदार, डॉ. दीप्ति चौहान एवं श्रीमती कविता दुबे शामिल रही।
कार्यक्रम में मेधावी छात्राओं द्वारा खेल तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया। साथ ही 25 वर्षों की सेवा पूरी करने वाले प्राध्यापकों को भी सम्मानित किया गया।
जिसमें डॉ. भारती वर्मा ,डॉ. राजश्री चंद्राकर ,डॉ भावना पांडे, डॉ. सरिता नितिन जोशी एवं डॉ. अल्पना शर्मा शामिल रही। गैर शैक्षणिक कर्मचारी महेश गायकवाड़, मन्नू लाल वर्मा एवं जोगिंदर को भी सम्मानित किया गया।
युवा उत्सव में अखिल भारतीय विश्वविद्यालयीन स्तर की विजेताओं में निशि जैन और कुमकुम वर्मा को भी पुरस्कृत किया गया । महाविद्यालय के संस्थापक सदस्य स्व. भूमित्र गुप्ता के जन्म शताब्दी के अवसर पर उनके पुत्र श्री सुरेंद्र गुप्ता ने मेधावी छात्राओं को पुष्पा भूमित्र पुरस्कार प्रदान किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय नृत्य, गायन और क्षेत्रीय कलाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन छात्राओं ने किया। विशेष आकर्षण “महिला मित्र कैफे” नृत्य नाटिका रही। जिसे कॉलेज की छात्रा तनिया मिश्रा ने लिखा और निर्देशन किया था।
समारोह का समापन भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों के समाहार को प्रदर्शित करने वाले समूह नृत्य के साथ हुआ। जिसने एकता, सशक्तिकरण, रचनात्मकता और महिला शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का एक मजबूत संदेश दिया। मंच संचालन डॉ. अर्चना शरण के साथ सहभागिता महाविद्यालयीन छात्राएं नैना भगत और तान्या मिश्रा का भी रहा। धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य डाॅ.आशा रानी दास द्वारा संपन्न हुआ। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।