Spread the love

[ad_1]

केरल के देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन सबरीमाला भक्त की सेवा करते।
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


राज्य के देवस्वओम मंत्री के. राधाकृष्णन के साथ कथित तौर पर मंदिर में हुए भेदभाव पर अब पुजारियों के संगठन ने सफाई दी है। उसका कहना है कि देवस्वओम के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया था। यह केवल एक गलतफहमी है और मदिरों में किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है।

अखिल केरल थंथरी समाजम की राज्य समिति ने कहा कि मंदिर में एक रिवाज है, जो पुजारी ‘देव पूजा’ करते हैं वे किसी को नहीं छूते हैं। उन्होंने कहा कि इससे जाति का कोई लेना देना नहीं है। चाहे कोई ब्राह्मण हो या गैर-ब्राह्मण देव पूजा जब तक नहीं हो जाती पुजारी किसी को भी नहीं छूते हैं। 

संगठन ने कहा कि यह मामला आठ महीने पहले ही खत्म हो चुका है। इसे एक बार फिर से उठाने के पीछे कोई साजिश लगती है। कोई बेमतलब विवाद खड़ा करना चाहता है। समाजम ने बताया कि पूजा कर रहे मेलशांति यानी मुख्य पुजारी को अंतिम समय में आकर दीपक जलाने के लिए कहा गया था क्योंकि मंदिर थंथरी (पुजारी) अनुपस्थित थे।



<!–

–>


<!–

–>

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *