सूचना एवं पारदर्शिता संगठन नई दिल्ली के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र बिस्वास
अहेरी शहर में अगर यह रोज बिजली गुल होती है तो देहांत का क्या हाल होग. जिस शहर में आजी माजी मंत्री हो ऊस शहर की हाल यह हो तो देहांत की हालात किस नेता कों पूछा जाय महाराज. नालिया की गंदगी, मछिंरो से परेशानी. बिजली का बार बार जाणा . पर आज अहेरी शहर में बार बार मंत्रीयोका होणा फिरभी यह शहर की गंदगी का आलम. एक रास्ता अगर बीस साल में न होता हो तो क्या विकास. एक दफा माजी आमदार जब विधानसभा में चुनकर आते ही अहेरी, आलापल्ली, शहर का नक्षा बदल दिया. पर अहेरी के दो राजा बार बार मंत्री पद हासील करणे के बाद भी अहेरी कों दुल्हन न बनानेसे पुरे अहेरी विधानसभा में नाराजी का आलम है. पर जनता ने मन बनाया है के अबकी बार एक बार बीआरएस की सरकार कों पसंद करते है. ना अहेरी का राजा चलेगा ना राज परिवार चलेगा यह चर्चा अहेरी विधानसभा क्षेत्र में सुरु है. हर दिन सुरजगड के ट्रक की वजह से कभी जनता की जाण जाती है तो कभी मवेशी की जाण जारही है. इस और भी अहेरी के आजी मंत्री कुछ बोलते है ना माजी मंत्री बोलतेहै इन सभी से जनता त्रस्त होचूकीहै. किसी जरुरी काम से अगर अहेरी के नेता कों फोन अर्जंट में किया तो शाम तक फोन नहीं उठाते है आखिर जनता बेचारी नाराजी वेक्त करते फिरते है. ऐसे राज नेता कों आनेवाले विधानसभा में उनकी जगा दिखाने की बात नाराज जनता ने कही है.